बिलासपुर. भाजपा नेताओं ने मनीष राय को भाजपा से कोई लेना-देना नहीं है, इस बात का दावा किया था. मनीष राय ने इसे आड़े हाथों लेते भाजपा नेताओं के बयान का खंडन किया है और उनके दावों को झूठा बताया है. राय ने लल्लूराम डॉट कॉम को इस बात कि पुख्ता सबूत भेजा है कि वे बीजेपी के आजीवन सदस्य हैं. उन्होंने भाजपा नेताओं के बयान को झूठा बताते हुए सदस्यता प्रमाण पत्र भेजा है.

आपको बता दें कि कल एक समाचार पत्र में डॉ मनीष राय के नाम पर बिलासपुर से लेकर प्रदेश की राजनीति गर्मा गई ! जब समाचार पत्र के इंटरव्यू में बिलासपुर शहर के लिए डॉ मनीष राय ने बेबाक बयान देते हुए जनता व संगठन की बातों काे सर्वश्रेष्ठ तरीके से प्रस्तुत किया और सच्चाई बाेला कि संगठन जाे भी निर्णय करेगा वह बिलासपुर के लिए सर्वश्रेष्ठ हाेगा. हाँ विकास मे हम रायपुर से पीछे है लेकिन समन्वय व अनुशासन बनाकर सब ठीक कर लिया जायेगा.

राष्ट्रीय व प्रदेश नेतृत्व जिले के साथ समन्वय स्थापित कर चाैथी बार सरकार बनाने में दृढ़ संकल्प है. इन सब बातों के बाद जिले के पदाधिकारियों ने बयान दिया कि मनीष राय का भाजपा से काेई लेना देना नहीं है. राय ने अफसोस व दुख जताते हुए अपना आजीवन सदस्यता क्रमांक 1058607090 काे प्रेस के माध्यम से जारी कर कहा कि भाजपा संगठित पार्टी है. बिलासपुर जिले के जिम्मेदार पदाधिकारियों के लापरवाही की हद है कि मेरे ही संगठन परिवार के लोग अपने सदस्यों को नहीं जानते हैं.

चुनाव संगठित होकर कैसे लड़ेगे ! मेरे लिए यह बहुत ही दुखद है कि जिले के जिम्मेदार पदाधिकारियों ने बयान दिया , मगर मुझसे पूछना भी जरूरी नहीं समझा कि मनीष किस आधार पर आप पार्टी का काम कर रहे हैं. राय ने बताया सर्वप्रथम राष्ट्र व अंत्याेदय के दर्शन पर काम करते रहने की बात की . राय ने आगे बताया, अगर मैंने कुछ गलत किया है तो पार्टी मुझे निष्कासित कर दें, मुझे काेई आपत्ति नहीं है मगर संघ के साथ व अपने संस्था माई हाेम बिलासपुर के साथ मै बिलासपुर व जनता की सेवा करता रहूँगा. ये लाेग भले ही मुझे अपना ना माने मगर मैं सबकाे अपना मानता हूँ. ऐसा मुझे लगता है कि सभी ने मेरी छवि खराब करने की नीयत से किसी व्यक्ति विशेष को खुश करने का प्रयास किया था, मगर बिना जानकारी के ! हम सभी एक है और एक ही माला के मोती है.