Manoj Bajpayee Birthday. अपनी मेहनत से सितारों की दुनिया में अपनी चमक फैलाने वाले एक्टर मनोज बाजपेयी आज अपना 54वां जन्मदिन मना रहे हैं. मनोज बाजपेयी आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं. उनकी अदाकारी ने आज हर किसी के जहन में अपनी एक खास जगह बना रखी है.

23 अप्रैल, 1969 को बिहार के चंपारण के पास एक छोटे से गांव में जन्मे मनोज बाजपेयी ने अपने फिल्मी कॅरियर की शुरूआत आज से करीब 29 साल पहले यानी 1994 में द्रोह काल से की थी. उनका जन्म एक किसान परिवार में हुआ था. उनके पिता​ किसानी करते थे और मां गृहणी थीं. अपने माता पिता की पांच संतानों में वे दूसरे नंबर की संतान हैं.

एक्टिंग के मुरीद हुए लोग

मनोज ने अपने करियर की शुरुआत साल 1994 में आई फिल्म ‘बैंडिट क्वीन’ से की थी. इसे शेखर कपूर ने निर्देशित किया गया था. हालांकि, इससे उनके हाथ नेम और फेम नहीं मिला, लेकिन उनकी एक्टिंग को नोटिस जरूर किया गया था. इसके बाद मनोज को राम गोपाल वर्मा की फिल्म ‘सत्या’ में काम करने का मौका मिला, जिसने उनकी किस्मत ही बदल दी. 1997 में रिलीज हुई इस मूवी से एक्टर को पहचान मिली. इसके बाद उन्होंने अपने करियर में ‘शूल’, ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ और वेब सीरीज ‘द फैमिली मैन’ में काम किया. इसके बाद से लोग उनकी एक्टिंग के मुरीद होने लगे और उनकी लोकप्रियता बढ़ती गई.

शादी से जुड़ा एक किस्सा

बताया जाता है कि मनोज ने अपने स्ट्रगलिंग के दौर में दिल्ली की एक लड़की से शादी की थी लेकिन दोनों की शादी दो महीने तक ही चल पाई. जिसकी वजह मनोज के स्ट्रगलिंग टाइम को माना जाता है. इसके बाद मनोज ने बॉलीवुड एक्ट्रेस नेहा से शादी की. नेहा ने साल 1998 में फिल्म करीब से बॉलीवुड में कदम रखा था. नेहा के नाम से जुड़ा भी एक किस्सा है. दरअसल, नेहा का असली नाम शबाना रजा है. वे एक मुस्लिम परिवार से ताल्लुक रखती हैं. फिल्म करीब के डायरेक्टर विधु विनोद चोपड़ा ने उनका नाम बदलकर नेहा कर दिया था. फिल्म करीब के रिलीज होने के बाद ही नेहा और मनोज ने एक दूसरे को डेट करना शुरु कर दिया। लगभग सात साल तक एक दूसरे को डेट करने के बाद, दोनों ने साल 2006 में एक दूसरे से शादी कर ली. उसके बाद नेहा ने फिल्मों से दूरी बना ली.

अपने अपमान को पॉजिटिव नजरिए से देखा

मनोज बाजपेयी का जीवन काफी संघर्षों से भरा रहा. बताया जाता है कि वो जब मुंबई आए थे तो वो चॉल में रहते थे और करियर के शुरुआती दौर में काफी रिजेक्शन भी झेले हैं. इसकी वजह से उन्हें काफी फ्रस्टेशन भी होती थी. वे 10 लोगों के साथ एक ही चॉल में सोते थे. मनोज ने शोहरत कमाने के लिए कड़ी मेहनत की. आज वे जहां हैं ये उनकी मेहनत का ही फल है. उनका एक और किस्सा है. एक समय उन्होंने एक असिस्टेंट डायरेक्टर को अपनी फोटो दिखाई थी और ये उस समय आम भी होता था. लेकिन एडी ने उसी वक्त उनके सामने तस्वीर को कूड़ेदान में फेंक दिया था. मनोज का अपमान जरूर हुआ था लेकिन उन्होंने इसे पॉजिटिव में लिया था. उन्होंने हार नहीं मानी और एक्टिंग की रिहर्सल करते रहे थे.