अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ का सरगुजा जिला इन दिनों शीतलहर की चपेट में है. यहां ठंड अपने शबाब पर है. वहीं छत्तीसगढ़ के हिल स्टेशन मैनपाट की खूबसूरती तो इन दिनों देखने लायक है. इन सर्दियों में इस जगह की सुंदरता इतनी बढ़ गई है कि ऐसा लगता है कि मानों जन्नत में आ गए हों. घास और मैदानों पड़ी ओस जम गई है, जिसके कारण अहसास होता है कि आप रूई के सफेद-मुलायम फाहों के बीच खड़े हों और इन पर चलने में भी डर लगता है कि कहीं ये टूटकर बिखर न जाएं या फिर पैरों से मैली न हो जाएं.

अगर यहां के तापमान की बात करें, तो मैनपाट का न्यूनतम तापमान 2 डिग्री दर्ज किया गया है. गुरुवार को ठंडी हवाओं के कारण कंपकंपा देने वाली ठंड है. यहां पाला लगातार जम रहा है.

मौसम विभाग की मानें तो उत्तर से ठंडी और शुष्क हवा मध्य भारत की ओर लगातार आ रही है, इससे तापमान लगातार घट रहा है और अभी कुछ दिनों तक हालात ऐसे ही रहेंगे.

पर्यटकों के लिए खुशखबरी

मैनपाट में पड़ने वाली ठंड ने यहां आने वाले पर्यटकों को खुश कर दिया है. यहां की नैसर्गिक खूबसूरती का लुत्फ उठाने के लिए हर साल देशभर से टूरिस्ट्स यहां पहुंचते हैं. मैनपाट छत्तीसगढ़ का शिमला कहा जाता है. ये प्राकृतिक संपदा से भरपूर है. मैनपाट से ही रिहन्द और मांड नदी का उद्गम हुआ है.

यहां का अप्रतिम सौंदर्य यहां आने वाले लोगों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं.

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