जांजगीर चांपा। सक्ती पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. करीब 300 एटीएम कार्ड के साथ 4 युवकों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपियों के पास से पुलिस को साढ़े 4 लाख से अधिक कैश बरामद हुआ है. चारों आरोपी देर रात सक्ती के एटीएम से रुपये निकाल भागने की फिराक में थे, लेकिनगार्ड की नजर पड़ गई और किए कराय पर पानी फिर गया.

पुलिस ने बताया कि पकड़े गए आरोपी मालखरौदा क्षेत्र के हैं, जो देर रात बड़ी संख्या में एटीएम कार्ड लेकर लाखों रुपये एटीएम से निकाल चुके थे. आरोपी बड़े ही शातिर तरीके से फर्जीवाड़ा को अंजाम दे रहे थे.

पहले ये फिनो बैंक से अपनी आईडी बनवाकर उसके एजेंट बनते हैं, फिर गरीबों के लिए चलाई जा रही योजना (पीएम किसान सम्मान निधि) के तहत लोगों को पैसा दिलाने के नाम पर उनका फिनो बैंक में खाता खोल दिया करते थे, जिसके बाद उनके नाम से पीएम किसान सम्मान निधि में पंजीयन कर उनके फिनो बैंक के खाते को उसमें जोड़ दिया करते थे.

आरोपी खाताधारकों को पैसे दिलवाने का झांसा देकर उनका खाता खोल देते हैं. बाद में जब उनके खाते में पैसे आते हैं तो उसे एटीएम से निकलकर कुछ पैसे खाताधारकों को दे देते हैं, बाकी खुद रख लेते हैं. इस फर्जीवाड़ा को अंजाम देने के लिए इनको मोबाइल नंबर की भी जरूरत पड़ती है, जिसके लिए आरोपियों ने बड़ी संख्या में जिओ कंपनी की चालू सिम भी खरीदी. गिरफ्तार आरोपियों में खतपाल सिंह चंद्रा, जोगेंद्र सिंह चंद्रा, चेतन प्रकाश चंद्रा और गुलेन्द्र सिंह चंद्रा शामिल है.

फर्जीवाड़ा के खुलासे के बाद उठ रहे कई सवाल
फर्जीवाड़े के इस गिरोह के पकड़ाने पर कई सवाल उठने लगे हैं, क्योंकि किसान सम्मान निधि का पंजीयन कृषि विभाग के वेबसाइट से उनके देख रेख में किया जाता है, तो क्या इस फर्जीवड़ा में कृषि विभाग के जिम्मेदार भी शामिल हैं. इसके अलावा यह सवाल भी उठ रहा है कि कोई बैंक कैसे किसी को इतनी आसानी से खाता खोलने और खाताधारकों के एटीएम कार्ड उन्हें दे सकता है.

वहीं दूसरी तरफ सैकड़ों की संख्या में जिओ कंपनी की चालू सिम आखिर इन्हें इतनी आसानी से कैसे उपलब्ध हो गई. इस सभी पहलुओं पर पुलिस अगर कसरत करती है तो इस फर्जीवाड़े रैकेट में कई और बड़े चेहरे भी सामने आएंगे.

इसे भी पढ़ें : तस्करी का नायाब तरीका : नोटबुक के अंदर विदेशी मुद्रा की तस्करी करने की फिराक में था युवक, जवानों ने किया गिरफ्तार, देखें Video…