Mauni Amavasya 2024: माघ महीने में अमावस्या के दिन मौनी अमावस्या होती है. ये दिन हिंदू धर्म में बहुत मान्य है. यह पूर्वजों और पूर्वजों की पूजा करने, पितृ दोष पूजा करने और मौन अभ्यास करने का दिन है. अनुष्ठानों में गंगा में स्नान करना, भगवान सूर्य को अर्घ्य देना, हवन और यज्ञ, दान, गायत्री जाप, काल सर्प दोष पूजा और जानवरों को खाना खिलाना शामिल है.
अमावस्या का दिन हिंदू धर्म में सबसे महत्वपूर्ण दिन है. इस महीने मौनी अमावस्या अमावस्या के दिन होती है जब चंद्रमा आकाश में बहुत कम दिखाई देता है. मौनी का अर्थ है मौन, इसलिए इसे मौन व्रत रखकर या पूरे दिन मौन रहकर मनाया जाता है. मौनी अमावस्या माघ महीने के दौरान आती है और यह सभी भक्तों द्वारा मनाई जाती है. इस दिन लोग पितरों और पितरों की पूजा करते हैं.
मौनी अमावस्या 2024 तिथि और समय (Mauni Amavasya 2024)
इस विशेष दिन पर भगवान विष्णु और भगवान शिव की भी पूजा की जाती है. मौनी अमावस्या को माघी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है. इस माह में मौनी अमावस्या 9 फरवरी 2024 को मनाई जाएगी. मौनी अमावस्या की तिथि 9 फरवरी को सुबह 7 बजकर 42 मिनट से शुरू होगी और समापन अगले दिन 10 फरवरी सुबह 4 बजकर 52 मिनट पर होगा
मौनी अमावस्या का महत्व (Mauni Amavasya 2024)
मौनी अमावस्या को हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण दिन माना जाता है. इस दिन का बहुत महत्व है क्योंकि यह दिन पितरों और पितरों की पूजा के लिए समर्पित है. यह सभी अनुष्ठानों को करने के लिए एक पवित्र दिन है. पितृ दोष के कारण इस शुभ दिन पर पितृ दोष पूजा करना सराहनीय है. यह दिन मौन का अभ्यास करने और जीवन में शांति और शांति को बढ़ावा देने वाले विभिन्न अनुष्ठानों को करने का भी एक महत्वपूर्ण दिन है.
मौनी अमावस्या पूजा अनुष्ठान (Mauni Amavasya 2024)
- सुबह जल्दी उठकर गंगा नदी में स्नान करें.
- भगवान सूर्य को अर्घ्य दें और यदि आप चाहें तो पितृ दोष पूजा भी करें.
- इस दिन हवन और यज्ञ करना पुण्य फलदायी माना जाता है.
- इस दिन जरूरतमंदों को दान-पुण्य अवश्य करना चाहिए क्योंकि यह पुण्यकारी माना जाता है.
- इस दिन गायत्री जाप का आयोजन करने से परिवार से पितृ दोष दूर होता है.
- जिन लोगों को काल सर्प दोष है, वे भी काल सर्प दोष के दुष्प्रभाव से छुटकारा पाने के लिए काल सर्प दोष पूजा का आयोजन कर सकते हैं.
- इस विशेष दिन भक्तों को गाय, कुत्ते, चींटियों और कौवों को खाना खिलाना चाहिए.
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