सदफ हामिद, भोपाल। एमपी में MBBS की पढाई हिंदी में होगी। एमएनसी के पाठ्यक्रम के आधार पर MBBS की पढ़ाई होगी। इसे लेकर उच्च स्तरीय समिति बनाई गई है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ( Medical Education Minister Vishwas Sarang) ने कहा कि शुक्रवार को समिति की बैठक ली। मातृभाषा में पढ़ाई होती है तो उसके परिणाम अच्छे निकलते हैं। इसलिए हमने यह फैसला लिया है कि हम एमबीबीएस की पढ़ाई हिंदी में कराएं। बच्चे हिंदी, इंग्लिश दोनों में पढ़ाई कर सकते हैं। 

इसे भी पढ़ेः VIDEO: बंदूकधारी नकाबपोश बदमाशों ने सराफा दुकानों में की लूट, 3 बोरों में भर कर ले गए सोने-चांदी के जेवरात, सीसीटीवी में कैद हुई वारदात 

बात दें कि इससे पहले 2016 में अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय(Atal Bihari Vajpayee Hindi University) ने हिंदी में इंजीनियरिंग और चिकित्सा शिक्षा शुरू करने की घोषणा की थी। विश्वविद्यालय ने तीन धाराओं में इंजीनियरिंग की शुरुआत भी की, लेकिन पहले वर्ष में केवल तीन छात्रों ने प्रवेश लिया। बाद में, विश्वविद्यालय ने पाठ्यक्रम बंद कर दिया। छात्रों को अंग्रेजी माध्यम में इंजीनियरिंग जारी रखने के लिए निजी कॉलेजों में स्थानांतरित कर दिया था।

इसे भी पढ़ेः गंदी बातें करने के लिए ‘भाभियों’ के पर्सनल नंबर सोशल मीडिया में शेयर कर देते थे ये लोग, फिर कॉल कर लोग करते थे अजीब-अजीब डिमांड 

हालांकि, विश्वविद्यालय एमबीबीएस पाठ्यक्रम शुरू करने में विफल रहा क्योंकि विश्वविद्यालय को भारतीय चिकित्सा परिषद से अनुमति नहीं मिली थी। हिंदी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर खेम सिंह डहेरिया ने कहा कि अब राज्य सरकार ने पाठ्यक्रम के लिए अनुमति लेने का फैसला किया है और पाठ्यक्रम हिंदी विश्वविद्यालय द्वारा तैयार किया जाएगा।

इसे भी पढ़ेः 12 हजार किसानों पर 1200 करोड़ राजस्व वसूली बकाया, सिंचाई विभाग ने नहरों में पानी छोड़ने पर लगाई रोक, सैकड़ों किसानों ने कार्यालय का किया घेराव 

गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ( Chief Minister Shivraj Singh Chouhan)ने मध्य प्रदेश में इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज की पढ़ाई हिंदी में करने की घोषणा की थी।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि  ‘एमबीबीएस पाठ्यक्रम, नर्सिंग और अन्य पैरामेडिकल पाठ्यक्रमों में हिंदी माध्यम हेंगे। यह तय करने के लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया जाएगा, ताकि प्रदेश के छात्र हिंदी में भी इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज की पढ़ाई कर सके।

इसे भी पढ़ेः भिंड नाव हादसाः लापता दो बच्चों का अबतक नहीं मिला सुराग, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus