कपिल मिश्रा, शिवपुरी। जिला अस्पताल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। शिवपुरी जिला अस्पताल के स्टोर में रखी दवाइयां बारिश के पानी में भीगने से खराब हो गई है। दवाइयों की कीमत लाखों रुपए में बताई जा रही है।
एक ओर कोरोना और डेंगू जैसी महामारी से निपटने के लिए सरकार लाखों करोड़ों रुपए खर्च कर स्वास्थ्य व्यबस्थाओं को वेहतर बनाने में लगी हुई है। वहीं शिवपुरी के जिला अस्पताल में लाखों रुपए की दवा पानी मे भीग कर खराब होने की कगार पर हैं।
दरअसल शिवपुरी के जिला अस्पताल में बने एक स्टोर रूम में बारिश के दौरान भरे पानी से लाखों रुपए की दवाइयों का स्टॉक खराब होने की कगार पर आ गया है। वहीं खराब हुई दवाओं का खराब होने का जिम्मेदार इस स्टोर रूम के प्रभारी को बताया जा रहा है। स्टोर में भरी दवाओं के स्टॉक को समय रहते चेक न किये जाने के कारण यह स्थिति निर्मित हुई है। कुल मिला कर स्टोर रूम प्रभारी की लापरवाही ने लाखों रुपए की दवाओं को पानी में मिला दिया।
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ग्लूकोज की बोतल और इंजेक्शन हुई खराब
बताते चलें कि जिला अस्पताल का भवन पांच मंजिला है। जिसके ग्राउंड फ्लोर पर अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों को लगने वाली ग्लूकोज की बोतल, इंजेक्शन के साथ-साथ कई अन्य दवाओं का स्टॉक रखा हुआ था। उस स्टॉक को समय समय पर देखना स्टोर प्रभारी की जिम्मेदारी है। वहीं स्टोर के प्रभारी ने बारिश के समय इस स्टोर को की ओर ध्यान ही नहीं दिया। इसके चलते स्टोर रुम में पानी भरता चला गया, जिससे कई दवाएं पूरी तरह खराब हो गईं तो कई खराब होने की कगार पर हैं।
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दवाइयां खराब नहीं हुईः सिविल सर्जन
वहीं जिला अस्पताल के सिविल सर्जन राजकुमार ऋषीश्वर बात को दबाते हुए कहा कि दवाइयां खराब नहीं हुई है। सिर्फ साइड से पानी भर गया है। वहां कोई इंजेक्शन, दवाएं और ग्लूकोज की बोतल खराब नहीं हुई। सिर्फ उनके पेकिंग वाले कार्टून भीगे हैं।
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