कैलाश जायसवाल,रायपुर. प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल से दोनों पैर से चलने में असमर्थ एक मरीज अचानक गायब हो जाता है. जिसकी भनक तक अस्पताल प्रबंधन को नहीं लगती है और कुछ घंटे बाद उसी मरीज का शव अस्पताल से दस किलोमीटर की दूरी पर एक नदी के ​किनारे लावारिश हालत में मिलता है. घटना के बाद से ही अस्पताल में हड़कम्प मच गया है. वहीं पुलिस ने इस मामले में मृतक के परिजनों की शिकायत पर जांच के बाद कार्रवाई किये जाने का आश्वासन दिया है.

कैसे अस्पताल से हुआ गायब ?

मामला रायपुर स्थित मेकाहारा अस्पताल का है, जहां 24 अप्रैल की रात साढ़े तीन बजे महासमुन्द जिला अस्पताल से दोनों पैरो से घायल 45 वर्षीय कार्तिक राम संवरा को भर्ती कराया गया. कार्तिक को टेक्नीशियन राकेश चंद्राकर ने भर्ती कराया था. इसके बाद 25 अप्रैल को कार्तिक के बड़े भाई अवधराम संवरा और उसकी पत्नी शगुन बाई मेकाहारा पहुंचे और कार्तिक के बारे में पूछताछ की. अस्पताल कर्मियों द्वारा बताया गया कि कार्तिक को रात को भर्ती कराया गया था. उसे अस्पताल के वार्डों में जाकर ढूंढा. लेकिन वार्डो में ढूढ़ने के बाद भी कार्तिक का कहीं कोई पता नहीं चला. दो​—तीन दिन ढूढ़ने के बाद जब कार्तिक का कही कोई पता नहीं चला, तो मृतक के परिजन जिला महासमुंद के बागबहरा थाना कार्तिक के गायब होने के रिपोर्ट लिखाने पहुंचे. लेकिन पुलिस ने मामला उनके क्षेत्र का न होने के कारण रिपोर्ट लिखने से मना कर दिया.

मरचुरी में मिला शव

जिसके बाद ये लोग रायपुर मेकाहारा अस्पताल में स्थित पुलिस चौकी पहुंचे और कार्तिक के गायब होने सूचना दी, जिसके पर चौकी प्रभारी ने इन लोगों को मौदहापारा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने की बात की. इसके बाद ये परिजन मौदहापारा थाने पहुंचे. जहां से इन लोगों को एक सिपाही के साथ मरचुरी भेज दिया गया. यहां पर दो लावारिश शव को दिखाया गया. जिसमें से एक लावारिश शव की पहचान कार्तिक के रूप में हुई.

डीडी नगर थाना ने मरचुरी पहुंचाया था शव

पूछताछ के बाद पता चला कि कार्तिक का शव को डीडी नगर थाने के द्वारा  मरचुरी भिजवाया गया था. इसके बाद डीडी नगर थाने पर जब मृतक के परिजनों ने संपर्क किया तो पता चला कि कार्तिक का शव 25 अप्रैल को महादेव घाट रोड में हनुमान मंदिर के पास सुबह 9 बजे मिला था. और उसी दिन दोपहर करीब 12 बजे के आसपास शव का पोस्टमार्टम कर दिया गया था.

अस्पताल प्रबंधन पर लगाया लापरवाही का आरोप

शव मिलने के बाद कार्तिक के परिजनों ने मौदहापारा थाना में मामले शिकायत दर्ज कराते हुए जांच की मांग की है. परिजनों का आरोप है कि यह घटना अस्पताल प्रशासन की लापरवाही की वजह से हुई है. परिजनों का कहना है कि अस्पताल में लगे सीसीटीवी से इस पूरे मामले का खुलासा हो सकता है. वही शिकायत के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.

कई सावालो का नहीं मिला अब तक जवाब

इस पूरे मामले में खास बात यह है कि अस्पताल से गायब होने वाले मरीज के दोनों पैर गंभीर रूप से घायल है. जिसकी वजह से वह चल भी नहीं सकता था. ऐसे में उसका शव अस्पताल से 10 किलोमीटर दूर एक नदी के किनारे मिलना कई सवाल खड़े कर रहा है.