Mithun Sankranti 2025: 15 जून, रविवार को सूर्य वृषभ राशि से निकलकर बुध की राशि मिथुन में प्रवेश करेंगे. यह घटना मिथुन संक्रांति के नाम से जानी जाती है. इस दिन से सूर्य लगभग एक माह तक मिथुन राशि में स्थित रहेंगे, लेकिन इस बार का संक्रांति काल एक विशेष खगोलीय योग लेकर आ रहा है. इस दौरान मिथुन राशि में सूर्य, बुध और बृहस्पति की त्रिग्रही युति बनेगी.
गौर करने वाली बात यह है कि गुरु (बृहस्पति) लगभग 12 वर्षो बाद मिथुन राशि में आए हैं, और बुध पहले से ही यहीं स्थित हैं. सूर्य और गुरु की युति से गुरु-आदित्य राजयोग का निर्माण होगा, जिसे अत्यंत शुभ माना जाता है. यह योग शिक्षा, राजनीति, प्रशासन, नेतृत्व और ज्ञान के क्षेत्रों में अद्भुत सफलता दिला सकता है.
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धन लाभ और मान-सम्मान (Mithun Sankranti 2025)
यह त्रिग्रही संयोग विशेष रूप से मिथुन, तुला, सिंह, कुंभ और मेष राशि वालों के लिए बेहद शुभ रहेगा. उन्हें करियर में उन्नति, धन लाभ और मान-सम्मान मिलने के संकेत हैं. वहीं अन्य राशियों के लिए यह समय आत्मविश्लेषण और निर्णय में सावधानी बरतने का है.
धार्मिक दृष्टि से भी मिथुन संक्रांति का दिन स्नान, दान और सूर्य आराधना के लिए श्रेष्ठ माना गया है. इस दिन तांबे के बर्तन, गुड़, गेहूं और लाल वस्त्रों का दान विशेष फलदायक होता है.
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