दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के मनरेगा कर्मचारी दांडी यात्रा के प्रथम वर्षगाठ को संघर्ष दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है. इस कड़ी में आज शाम 7 बजे माता दंतेश्वरी की महाआरती कर आशीर्वाद लेते हुए अपनी जायज मांगों के लिए पुनः संघर्ष का आगाज करेंगे.

छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी महासंघ के प्रांतीय मीडिया प्रभारी सूरज सिंह ठाकुर ने बताया कि बीते साल 12 अप्रैल को माता दंतेश्वरी से आशीर्वाद लेकर दंतेवाड़ा से रायपुर तक 400 किमी की दाड़ी पदयात्रा की शुरुआत किए थे. कड़े और 76 दिन के संघर्ष के बाद भी मांगें पूरी नहीं होने से आक्रोशित कर्मचारियों ने वर्षगांठ पर ‘संघर्ष दिवस’ मनाने का फैसला लिया है.

उन्होंने बताया कि बीते साल सरकार के आंदोलन को कुचलने का प्रयास किया, लेकिन जब कामयाबी नहीं मिली तो सरकार में कैबिनेट मंत्री कवासी लखमा ने हड़ताली मंच पर जाकर 3 माह में मांगों को पूरा करने का सरकार की तरफ से आश्वासन और हड़ताल अवधि के वेतन भुगतान का वादाकर हड़ताल खत्म करवाया था.

सूरज सिंह ठाकुर ने कहा कि एक वर्ष बीत जाने के बाद भी उनकी मांगों पर सरकार का रुख स्पष्ट नहीं है. इन्हीं सब कारणों से 12 अप्रैल संघर्ष दिवस मानते हुए छत्तीसगढ़ के मनरेगा कर्मचारी आंदोलन की शुरुआत करेंगे. इस बार का संघर्ष आर या पार की तर्ज पर होगी. इस कड़ी में शाम 5.30 बजे सभी मनरेगाकर्मी दंतेश्वरी मंदिर में एकत्रित होंगे. शाम 6 बजे मां दंतेश्वरी की भव्य आरती. 6.15 बजे से मन्दिर प्रांगण में रंगोली एवम दीप प्रज्वलन कर आंदोलन का आगाज करेंगे.

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