नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव संचार प्रभारी जयराम रमेश का गुस्सा एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर फूट पड़ा है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी भय, हीन भावना और असुरक्षा से भरे नज़र आते हैं, विशेष रूप से तब, जब बात हमारे पहले और सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले प्रधानमंत्री की आती है. उनका एकमात्र एजेंडा नेहरू और नेहरूवादी विरासत को ग़लत ठहराना, बदनाम करना, तोड़ मरोड़कर पेश करना और नष्ट करना है.

जयराम रमेश मोदी के प्रति गुस्से की वजह भारत के 77वें स्वतंत्रता दिवस पर आधिकारिक तौर पर नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (NMML) को प्रधानमंत्री मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (PMML) किया जाना था. पीएमएमएल कार्यकारी परिषद के उपाध्यक्ष ए सूर्या प्रकाश ने भी ट्विटर पर अपने पोस्ट में लिखा कि समाज के लोकतंत्रीकरण और विविधीकरण के अनुरूप नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (एनएमएमएल) को 14 अगस्त, 2023 से प्राइम मिनिस्टर्स म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (पीएमएमएल) सोसाइटी के नाम से जाना जाएगा.

दरअसल, जून के मध्य में एनएमएमएल सोसायटी की एक विशेष बैठक में इसका नाम बदलकर पीएमएमएल सोसायटी करने का निर्णय लिया गया था. बैठक की अध्यक्षता सोसायटी के उपाध्यक्ष रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की. नए नाम पर आधिकारिक मुहर लगाने के लिए कुछ प्रशासनिक प्रक्रियाओं की आवश्यकता थी, और अंतिम मंजूरी कुछ दिन पहले आई थी. एनएमएमएल अधिकारियों ने नाम बदलने को प्रभावी बनाने की तारीख 14 अगस्त तय करने का निर्णय लिया है.

नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी का नाम बदले जाने पर गुस्से का इजहार करते हुए जयराम रमेश ने कहा कि उन्होंने (मोदी) N को मिटाकर उसकी जगह P लगा दिया है. यह P वास्तव में (Pettiness) ओछापन और (Peeve) चिढ़ को दर्शाता है. लेकिन वह स्वतंत्रता आंदोलन में नेहरू के व्यापक योगदान और भारतीय राष्ट्र-राज्य की लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष, वैज्ञानिक और उदार नींव डालने में उनकी महान उपलब्धियों को कभी भी कम नहीं कर सकते.