नई दिल्ली. कांग्रेस ने नोटबंदी को मोदी सरकार का तुगलकी फरमान बताते हुए कहा कि इसे रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया पर थोपा गया था. कालेधन के इस्तेमाल को रोकने के नाम पर इसमें हवाला का बड़ा खेल खेला गया. कांग्रेस की सरकार केंद्र में आई तो इसकी पूरी जांच कराएगी.

लोकसभा चुनाव की तारीख की घोषणा के साथ अब कांग्रेस ने केंद्र में सत्तासीन मोदी सरकार पर हमला शुरू कर दिया है. इस कड़ी में सोमवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, सांसद और घोषणा पत्र समिति के सदस्य जयराम रमेश और राजीव गौड़ा ने पत्रकार वार्ता आयोजित कर नोटबंदी को लेकर मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा किया. जयराम रमेश ने कहा कि मोदी सरकार ने बिना किसी योजना और चर्चा के नोदबंटी  लागू की, जिसका खामियाजा आज तक देश भुगत रहा है. उन्होंने दस्तावेजों का हवाला देते हुए कहा कि इसकी वजह से देश में रोजगार के भी अवसर कम हुए.

जयराम रमेश ने कहा कि नोटबंदी को लेकर दायर किए गए आरटीआई (RTI) में खुलासा हुआ कि पेट्रोल पंप पर 500 और 1000 के कितने नोट आए इसका आंकड़ा ही नहीं है. कालेधन को लेकर आरबीआई की बैठक में कहा गया था कि अधिकतर कालाधन कैश में नहीं होता है. लोग उसे सोने और रियल एस्टेट के रूप में रखते हैं. इसके बाद भी नोटबंदी का निर्णय लिया गया.