दीपक वर्मा,रायपुर. एक दिसम्बर की रात आरंग में एक मन्दिर के पास बन्दर का कटा सिर मिलने से क्षेत्र में हड़कम्प मच गया था. घटना की जानकारी तत्काल पुलिस को दी गई. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मंदिर के पास कटा सिर फेंकने के आरोप में तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है. इस घटना का मुख्य आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर बताया जा रहा है.

एक दिसम्बर की रात कुछ अज्ञात व्यक्तियों द्वारा आरंग के महामाया पारा स्थित दुर्गा मन्दिर के पास बन्दर का कटा सिर कागज में लपेटकर फेंक दिया गया था. जिसकी सुचना आरंग पुलिस को दी गई. पुलिस ने मौके पर जाकर बन्दर का कटा सिर कब्जे में लिया और अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी.

इस मामले की पड़ताल के दौरान पुलिस ने तीन दिसम्बर को मंदिर के आसपास लगे सीसीटीवी के फुटेज का खंगाला. तो उसमें घटना की रात अज्ञात व्यक्तियों द्वारा कागज में लपेटकर कुछ चीजें फेंकते देखा गया. इस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस चार में से दो आरोपियों को पहचाने में कामयाब रही. इन दोनों लोगों की पहचान आरंग निवासी अर्पित चौधरी और अंकित चौधरी के रूप में हुई.

जब पुलिस ने अर्पित और अंकित को थाने बुलाकर पूछताछ की तो उन्होंने धमतरी निवासी पेशे से डॉ अभिषेक गोयल और उनके ड्राइवर रविकांत चौहान द्वारा बन्दर का कटा सिर कार में लाकर मंदिर के पास छोड़ने की बात कही. इन दोनों की निशानदेही पर पुलिस ने डॉक्टर अभिषेक के ड्राइवर रविकांत को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने बन्दर का कटा सिर डॉक्टर के कहने पर मंदिर के पास फेंके जाने की बात का स्वीकार कर लिया.

थाना प्रभारी बोधन साहू ने बताया कि तीनों आरोपियों को धारा 9,51 वन्य प्राणी संरक्षण,295 के तहत गिरफ्तार रिमांड पर भेज दिया है. साथ ही घटना में इस्तेमाल की गई कार को भी पुलिस ने जप्त कर लिया है.

वही इस मामले का मुख्य आरोपी डॉ अभिषेक अभी भी फरार बताया जा रहा है. जिसकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है. उसकी गिरफ्तारी के बाद ही इस बात का पता चल सकेगा कि ​डॉक्टर ने बन्दार का कटा सिर मंदिर के पास क्यों फिकवाया था. साथ ही यह बात भी साफ हो जायेगी की बंदर की हत्या इसी डॉक्टर ने की है या फिर किसी और ने. जिसका पता अब तक नहीं चल सका है.