भोपाल। मध्य प्रदेश में मानसून की गतिविधियों पर फिलहाल ब्रेक लग गया है। प्रदेश में आसमान साफ रहने से धूप के तीखे तेवर देखने को मिल रहे हैं। प्रदेश के 18 शहरों में अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस से अधिक है। एमपी में इस बार सामान्य से 17 प्रतिशत कम वर्षा हुई।

प्रदेश के मौसम को प्रभावित करने वाली कोई सिस्टम सक्रिय नहीं है। इस वजह से वातावरण से नमी कम होने लगी है। धूप से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। राज्य में इस साल सामान्य से 17 प्रतिशत कम बारिश हुई है। 27 जिलों में 20 से 46 प्रतिशत तक कम वर्षा हुई।

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वहीं बंगाल की खाड़ी में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बनने जा रहा है। इससे मध्यप्रेदश में पांच सितंबर के बाद मानसून के फिर से सक्रिय होने के आसार है। 5 सितंबर के बाद हल्की बारिश होने की संभावना जताई जा रही है।

अल्पवर्षा और सूखे को लेकर सियासत

भोपाल। प्रदेश में अल्पवर्षा और सूखे को लेकर सियासत भी शुरू हो गई है। पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने पूरे प्रदेश को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में अल्पवर्षा हुई है, जिस वजह से खरीफ की फसलें सूख रही हैं।

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धार में जिंदा व्यक्ति की निकाली शव यात्रा

धार जिले में मानसून रूठा हुआ है। धरमपुरी सहित क्षेत्र में अच्छी बारिश के लिए नगर में जिंदा व्यक्ति की शवयात्रा निकाली गई। शव यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। शवयात्रा के दौरान नगर के लोगों ने अच्छी बारिश की प्रार्थना की।। प्राचीन मान्यता के अनुसार जिंदा व्यक्ति की शव यात्रा निकालने से बरसात होती है और इसी मान्यता के चलते आज झंडा चौक से जीवित व्यक्ति की शव यात्रा निकाली गई।

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बता दे यहां बारिश न होने से लोग बड़े निराश है। किसानों को अपनी फसलों की चिंता सताए जा रही है। शवयात्रा देर शाम झंडा चौक से शुरू होकर नगर के मुख्य मार्गों से होते हुए राजबाड़ा चौक पर समापन किया गया।

अलीराजपुर में बारिश के लिए जतन

बारिश के बाद गर्मी का प्रकोप बढ़ गया, वहीं फसले भी मुरझाने लगी। जिससे किसान के साथ आम जन भी चिंतित है। वहीं इंद्र देव को मनाने के लिए कई तरह के जतन किए जाने लगे हैं। अलीराजपुर के जोबट में स्थिति नीलकंठेश्वर महादेव और उंडारी के सिद्धेश्वर महादेव मंदिर के शिवलिंग को पानी से जलमग्न किया गया।

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वहीं जिंदा युवक की अर्थी भी निकाली गई। लोगों का ऐसा भी मानना है कि भगवान को इस तरह जलमग्न करने और जिंदा युवक की अर्थी निकालने के साथ अखंड रामायण का पाठ करने से इंद्र देव प्रसन्न होते हैं और तेज बारिश होती है।

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