रायगढ़। लैलूंगा पुलिस ने 4 महीने के मासूम की हत्या के मामले में उसकी मां और आरोपी की सगी बड़ी बहन को गिरफ्तार किया गया है. अपराध को छिपाने के लिए घरवालों ने शिशु के उसकी मां के हाथ से गिर जाने से सिर में आई चोट की झूठी और मनगढ़ंत रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी. पीएम रिपोर्ट में शिशु के सिर पर आई चोट किसी भारी ठोस वस्तु से प्रहार करने या टकराने की वजह से हिंसात्मक व्यवहार लेख किया गया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के दिशा निर्देशन में सूक्ष्मता से जांच की गई.

जांच दौरान पीएमकर्ता महिला चिकित्सक की अलग से राय ली गई. पीएमकर्ता ने चोट को साधारण गिरने से आई चोट का होना नहीं बताया. इस पर थाना प्रभारी द्वारा मृतक की मां और घरवालों से कड़ाई से पूछताछ की गई. जिसमें घटना का खुलासा हुआ.

घटना को लेकर शिशु की दादी समारी पैकरा ने 16 जनवरी को थाना लैलूंगा में शिशु की मौत के संबंध में मर्ग इंटीमेशन दर्ज कराई कि शिशु की मां पूजा पैकरा सुबह रोड के ढलान पर बच्चे को धूप दिखा रही थी. उसी समय पूजा को अचानक चक्कर आने से दोनों मां बेटा ढलान पर से गिर गए. जिससे शिशु आयुष को चोट आई. जिसे एंबुलेंस से शासकीय अस्पताल लैलूंगा में भर्ती किया गया. यहां इलाज दौरान शिशु की मृत्यु हो गई. जिस पर मर्ग कायम कर जांच में लिया गया. मर्ग जांच में पीएम रिपोर्ट प्राप्त कर मामला संदिग्ध पाए जाने से थाना प्रभारी राजेश जांगडे द्वारा मृतक के वारिसानों से कड़ाई से पूछताछ की गई.जि

इस दौरान पता चला कि 16 जनवरी की सुबह बच्चे की मां पूजा से उसकी बड़ी बहन संतोषी पैकरा मोबाइल मांग रही थी. मोबाइल नहीं देने पर दोनों में झगड़ा हुआ. इसी विवाद के बीच गुस्से में आकर पूजा अपने चार महीने के शिशु आयुष को जमीन में पटक दी. जिससे सिर में आई गंभीर चोट से शिशु की मृत्यु हो गई. लैलूंगा पुलिस द्वारा मामले में महत्वपूर्ण साक्ष्यों की जब्ती कर आरोपी पूजा पैकरा और संतोषी पैकरा को हत्या के अपराध में गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है.

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