नीरज काकोटिया, बालाघाट। मध्य प्रदेश में विधानसभा नजदीक है। निर्वाचन आयोग के निर्देशन पर शत-प्रतिशत मतदान के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाने का क्रम शुरू हो गया है। सभी राजनीतिक दल जमकर प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। इसी बीच बालाघाट जिले के एक गांव से ऐसी तस्वीर सामने आई है। जहां ग्रामीणों ने बैनर लगाकर चुनाव का बहिस्कार करते हुए प्रचार प्रसार करने वाले किसी भी व्यक्ति को गांव में आने पर सख्त रोक लगा दी है।

दरअसल, यह पूरा मामला बालाघाट के कटंगी जनपद क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत अंबेझरी, खैरलांजी गांव का है। यहां ग्रामीणों ने अभी से आगामी विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करते हुए गांव में किसी भी सज्जन व्यक्ति को चुनाव प्रचार के लिए आने पर रोक लगा दी है। बताया जाता है कि बावनथड़ी नदी पर राजीव सागर बांध के बनने के बाद भी करीब 10 सालों से अंबेझरी से खैरलांजी के बीच सड़क मार्ग पर निर्मित पुलिया हर साल बारिश के पानी में डूब जाता है। करीब 8 महीने तक पुलिया जलमग्न रहता है।

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जिस कारण खैरलांजी से अंबेझरी मुख्य सड़क मार्ग से आवाजाही बंद रहती है और ग्रामीणों को जंगल के कच्चे रास्ते आना-जाना करना पड़ता है। ग्रामीणों ने कई बार जनप्रतिनिधियों से ऊंचे पुल की निर्माण करवाने की मांग की, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। जिसके चलते ग्रामीणों ने इस बार विधानसभा चुनाव में डंके की चोट पर पुल नहीं तो वोट नहीं का ऐलान कर दिया है।

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