नीरज काकोटिया, बालाघाट। मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में एक बार फिर मानवता को शर्मसार करने वाली तस्वीर सामने आई है। जहां तिरोड़ी क्षेत्र के जंगल में तालाब के पानी निकासी के लिए बनाई गई नाली में नवजात बालक जीवित अवस्था में मिला है। सूचना पर तत्काल सरपंच ने नवजात बच्चे को अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया, जहां नवजात का इलाज चल रहा है।
मामला जिले के हीरापुर के जंगल का है। आज सुबह गांव के कुछ लोग बकरी चराने जंगल गए थे, जिन्हें तालाब के पास बनी नाली में बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। जब चरवाहों ने मौके पर जाकर देखा तो उन्हें नवजात बच्चा नजर आया। जिसकी सूचना चरवाहों ने सरपंच को दी। वहीं सूचना मिलते ही सरपंच मौके पर पहुंचे और बच्चे को इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया। बच्चा करीब दो माह का बताया जा रहा है। आशंका है कि किसी महिला बच्चे को फेंककर गई है।
उप स्वास्थ्य केंद्र तिरोड़ी की एएनएम रानी पटले ने बताया कि बच्चे को जब अस्पताल लाया गया था, तब उसकी हालत थोड़ी गंभीर थी। उसे ठंडी लग गई थी। उसको थोड़ा वार्न करे हैं। उसे ऑक्सीजन सपोर्ट में रखा गया है। पेट में पानी भी चला गया था। एएनएम ने बताया कि खुशी की बात यह है कि बच्चा जिंदा है। उसका वजन तीन किलो है। उसकी हालत में काफी सुधार है। फिलहाल पुलिस यह पता लगा रही है कि बच्चे को नाली में किसने रखा था।
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