संजय विश्वकर्मा, उमरिया। मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व में बारहसिंगा का कुनबा एक बार फिर बढ़ने जा रहा है। दूसरी खेप में यहां कान्हा टाईगर रिज़र्व से 18 बारहसिंगा लाए जा रहे है। बता दें कि इससे पहले पहली खेप में 19 बारहसिंगा लाए गए थे। दूसरी खेप में आ रहे बारहसिंघा में 16 मादा और 2 नर शामिल हैं। फील्ड डायरेक्टर बांधवगढ़ टाईगर रिज़र्व ने जानकारी देते हुए बताया कि इस खेप के बाद बांधवगढ़ में बारहसिंघा की संख्या बढ़कर 37 हो जाएगी। 7 मई की दोपहर बाद 18 बारहसिंघा को लेकर कान्हा नेशनल पार्क से टीम निकल चुकी है। 8 मई की दोपहर 12 से 1 बजे तक बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व बारहसिंघा पहुंच जाएगे।
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बता दें कि पूर्व में जहां-जहां बारहसिंघा के होने के प्रमाण मिले है, वहां वहां से कान्हा नेशनल पार्क से शिफ्ट किए जाने की सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। बांधवगढ़ टाईगर रिज़र्व में बारहसिंगा के संरक्षण और संवर्धन के लिए मगधी कोर जोन में बनाया गया है 50 एकड़ में बाड़ा। बोमा कैपचरिंग तकनीकी के माध्यम से पकड़ कर कान्हा नेशनल पॉर्क से बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व लाए जा रहे बारहसिंगा।
आपको बता दें कि बारहसिंगा की प्रजाति यानी रुसेवर्स डूर्वासेली ब्रेंडरी यानी कठोर जमीन पर पाए जाएँ वाले बारहसिंगा खुले घास के मैदान में सिर्फ केवल सेन्ट्रल इंडिया में मध्यप्रदेश के कान्हा नेशनल पार्क तक सीमित है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में अब तक बारहसिंगा नहीं थे। मंडला के कान्हा टाइगर रिजर्व से इन्हें यहां लाकर बांधवगढ़ में पुनर्स्थापित किया जा रहा है। यह मध्य प्रदेश वन विभाग की महत्वाकांक्षी योजना है।
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