संजय विश्वकर्मा,उमरिया। मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में स्थित बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान में एनटीसीए (NTCA) से अनुमोदित बोमा कैप्चरिंग तकनीकी से कान्हा राष्ट्रीय उद्यान से बारहसिंगा लाए जाएंगे। बाघों के लिए विशेष पहचान रखने वाले बांधवगढ़ नेशनल पार्क में अब बारहसिंगा भी कुलांचे भरेंगे। लंबे समय से पार्क प्रबंधन इसकी तैयारी में जुटा था। वहीं पर्यटकों को भी इसका लंबे समय से इंतजार था। जल्द ही वहां से बारहसिंगा बांधवगढ़ नेशनल पार्क शिफ्ट किए जाएंगे। 26 मार्च को वनमंत्री विजय शाह की मौजूदगी में बांधवगढ़ के मगधी कोर जोन में बने बाड़े में बारहसिंगों को शिफ्ट किया जाएगा। बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान प्रबंधन ने 100 बारहसिंगों को बांधवगढ़ में लाए जाने की केंद्र सरकार से अनुमति ली है।

कान्हा राष्ट्रीय उद्यान से कुल 100 बाहरसिंगा लाने की कार्ययोजना बनाई गई है। जिनमें से 50 बाहरसिंगा इसी सत्र में लाया जाना है। इन्हें रखने के लिए उपयुक्त जलवायु व वातावरण चिन्हित कर मगधी जोन में लगभग 100 एकड़ का बाड़ा बांधवगढ़ नेशनल पार्क प्रबंधन ने तैयार कराया है। जहां समुचित घास, पेयजल सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं बनाई गई हैं। जिससे कि कान्हा से लाए जाने वाले बारहसिंगा यहां स्वच्छंद रूप से अपना रहवास बना सकें। इस वर्ष 50 और अगले 2 वर्षों में 25-25 बारहसिंगों को लाए जाने का प्लान किया गया है। बांधवगढ़ के मगधी कोर जोन में 50 हेक्टेयर में बड़ा बना है। अगले कुछ वर्षों में इसे 100 हेक्टेयर तक बाड़ा बनाए जाने का प्लान है।

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