समीर शेख, बड़वानी। मध्यप्रदेश के बड़वानी में एक शहीद परिवार की पीड़ा निकलकर सामने आई है। उन्हें शहीद परिवार का दर्जा तो मिल गया, लेकिन जवान के शहीद होने के बाद शासन-प्रशासन से मिलने वाली सुविधा नहीं मिल पाई, सिर्फ आश्वासन ही मिला।    

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दरअसल जिले के शहीद जवान संतोष चौहान के पिता की हालत दयनीय है। इसलिए उन्होंने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। परिजनों का कहना है कि  हमें हर साल 15 अगस्त के दिन सम्मान के लिए बुलाया जाता है। शॉल और फूल-माला पहनाकर वापस घर भेज दिया जाता है। लेकिन हमारी समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता। बता दें बड़वानी जिले के बगाड़ी गांव के CRPF जवान संतोष चौहान 8 मई 2010 को छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सली हमले में शहीद हो गए थे।

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शहीद जवान के परिजनों के मुताबिक शासन की ओर से 5 एकड़ जमीन देने की बात कही गई थी, लेकिन आज तक जमीन नहीं मिली। गांव बगाड़ी में शहीद संतोष चौहान का स्मारक भी गांव के लोगों ने चंदा इकट्ठा करके बनाया है। आज हमारा परिवार दयनीय स्थिति में है। कोई देखने-सुनने वाला नहीं है।

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वहीं इस पर राज्यसभा सांसद डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी ने कहा कि माता-पिता के लिए जो भवन है, वह कच्चा है और वे खुद उस भवन को देखने के लिए पहुंचे थे। उन्होंने इस बारे में कलेक्टर से चर्चा की है, साथ ही किसी व्यवस्था के तहत प्रधानमंत्री आवास की व्यवस्था या किसी अन्य निधि के माध्यम से परिजनों को जल्द ही आवास भी उपलब्ध कराने की बात उन्होंने कही है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हो या फिर प्रधानमंत्री मोदी। लगातार हमारी सरकार शहीदों के परिवार को लेकर चिंतित है, उनके साथ खड़ी है।

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