शिखिल ब्यौहार, भोपाल। मध्य प्रदेश के एक स्कूल में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर साप्ताहिक कार्यक्रम के निर्देश दिए गए हैं। इस पर कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रभारी केके मिश्रा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है। उन्होंने लिखा कि मध्य प्रदेश में एक सरकारी स्कूल में शिक्षिकाओं द्वारा नमाज़ पढ़ने पर उनके विरुद्ध FIR होती है। वहीं दूसरी ओर राज्य सरकार 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के राजनैतिक समारोह के लिए सरकारी निर्देश जारी कर रही है। 

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कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रभारी केके मिश्रा ने पोस्ट कर लिखा-  देश में कानून के धर्म का पालन करना भी एक धर्म है। धर्म की राजनैतिक अफीम का इस्तेमाल भविष्य के लिए अत्यंत घातक है। मैं एक भारतीय संविधान में आस्था रखने वाला नागरिक हूं,भाजपाई अंधभक्त नहीं।

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लिहाजा संलग्न यह प्रमाण मुझे मानसिक रूप से उद्वेलित कर रहे हैं कि मप्र के एक सरकारी स्कूल में शिक्षिकाओं द्वारा नमाज़ पढ़ने पर उनके विरुद्ध FIR होती है। वहीं दूसरी ओर राज्य सरकार 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के राजनैतिक समारोह में सरकारी शिक्षण संस्थाओं में उनकी भूमिकाओं को लेकर साप्ताहिक कार्यक्रम करने हेतु सरकारी निर्देश जारी करती है।

देश-प्रदेश में एक देश-एक कानून और एक देश-एक चुनाव के कथित पैरोकारों के पास क्या इसका कोई जवाब है। जब सरकार ही धर्म की अफीम परोसने और अंधभक्ति की यह दौड़ हमें कितना मूर्ख समझती है।

दरअसल मध्य प्रदेश के एक सरकारी स्कूल में शिक्षिकाओं ने नमाज पढ़ी थी। जिसका हिंदू संगठनों ने विरोध किया और फिर शिक्षिकाओं पर कार्रवाई की बात कही गई थी।

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