भोपाल : मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में पिछले 4-5 दिनों से लगातार हो रही बेमौसम बारिश (unseasonal rain) और ओलावृष्टि से जन-जीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। इसमें सबसे ज्यादा अगर किसी को नुकसान हुआ है तो किसान (Farmer) है। बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की खेत में खड़ी फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। जिससे किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ-साफ़ दिखाई दे रही है। वहीं मौसम विभाग की माने तो आने वाले कुछ दिन ऐसे ही बने रहेंगे।
शनिवार को भी प्रदेश के अधिकतर जिलों में मौसम का यही हाल रहा। सुबह से आसमान में बादल छाने लगे अचानक तेज आंधी चलने लगी और मौसम बदल गया। कई जिलों में भारी बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई है। बेमौसम हो रही बारिश से खेतों में कटी हुई फसल भीग गई और तेज हवा की वजह से खड़ी फसल खेतो में गिर गई है। जिसकी वजह से किसानों को मौसम की दोहरी मार का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा बेमौसम बारिश से प्रदेश के कई जिलों में ऐसी घटनाएं भी हुई है, जिसमे लोगों की जान तक चली गई है।
प्रदेश में अशोकनगर. निवाड़ी, छतरपुर, दमोह, टीमकगढ़ और खरगोन समेत कई जिलों में ओले गिरे हैं। जबलपुर और नर्मदापुरम में बूंदाबांदी हुई। वहीं, भोपाल, ग्वालियर और गुना में बादल छाए हुए है। इस बेमौसम बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है। किसानों ने फसल को हुए नुकसान के बदले सरकार से मुआवजे की भी गुहार लगाई है। जिसे ध्यान में रखते हुए शासन-प्रशासन की टीम उन किसानो के खेतों में निरीक्षण के लिए पहुंची जहां फसल खराब हुई है। इसके अलावा मुआवजा दिलाने का आश्वासन भी किसानों को दिया गया है।
आज प्रदेश के इन जिलों में किसानों के लिए आफत बनकर बरसे बदल
छतरपुर
छतरपुर जिले के राजनगर तहसील इलाके के कई गांवो में ओलावृष्टि होने से किसानों की फसलें चौपट हो गई है। बेमौसम बारिश से अन्नदाता पर फिर कुदरत का कहर टूटा है। राजनगर तहसील के रनगुवां गांव सहित कई गांवों में वोलवृष्टि और बारिश हुई है। जिससे किसानों की गेंहू, चना, मटर और सरसो की फसल खराब हो गई है।
खंडवा
प्रदेश के खंडवा जिले में हुई बेमौसम बारिश से पंधाना में बड़ा हादसा हो गया है। यहां खेत में आकाशीय बिजली गिरने से दो महिलाओं की मौत हो गई है। वहीं बिजली की चपेट में आए पांच लोग घायल हो गए है। घायलों का अस्पताल में इलाज जारी है। पंधाना के आरूद गांव तथा अंजनगांव के बीच ये घटना हुई है।
दतिया
इधर दतिया जिले में भी बेमौसम बारिश का कहर देखने को मिला। जहां भारी बारिश से फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। खुद प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा इसका जायजा लेने बाइक में बैठकर किसानों के खेतो तक पहुंचे। ग्राम उर्दना में बाइक पर बैठकर फसलों का जायजा लेते दिखे गृह मंत्री। उन्होंने ओला प्रभावित ठकुरपुरा, सतलोन, उर्दना का दौरा कर ओलावृष्टि से फसलों को हुए नुकसान का निरीक्षण किया और किसानों को आश्वासन दिया कि जिन किसानों को ओलावृष्टि से नुकसान हुआ है उनको शासन से मुआवजा मिलेगा ।
हरदा
हरदा जिले के रहटगांव तहसील में भी ओलावृष्टि हुई है । लगभग 4 बजे के आसपास चने के आकार के ओले गिरे जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई। यह ओलावृष्टि लगभग 15 मिनट तक हुई। दोपहर में मौसम जरूर साफ था। लेकिन शाम 4 बजे के आसपास अचानक मौसम ने करवट ली और हवा आंधी के साथ फिर से ओले गिरे। रहटगांव तहसील के अलावा नजरपुरा सहित आसपास के क्षेत्रों में भी बारिश और ओलावृष्टि की खबर सामने आई है। किसानों के खेतों में इस समय गेहूं कटाई का सीजन चल रहा है। इस बारिश और ओलावृष्टि से किसानों का क्या नुकसान हुआ है फिलहाल उसका अनुमान नहीं लगाया जा सकता।
आगर मालवा
इधर आगर मालवा जिले के कई क्षेत्रों में बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। जिससे किसानों को भारी नुकसान का अंदेशा जताया जा रहा है। यहां कई खेतों में गेहूं, चना, सरसो और रायड़ा सहित अन्य फसल खड़ी। निश्चित तौर पर इस बेमौसम बारिश ने फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है।
खंडवा
जिले के मूंदी कस्बे में ओलावृष्टि हुई। लगभग 4:00 बजे के आसपास चने के आकार के ओले गिरे जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई। यह ओलावृष्टि लगभग 15 मिनट तक हुई। दोपहर में मौसम साफ था, शाम 4:00 बजे के आसपास अचानक मौसम ने करवट ली और हवा आंधी के साथ ओले गिरे।
पन्ना
पन्ना में पिछले चौबीस घंटे के अंतराल में बारिश का दौर जारी है । कई जगहों पर ओले गिरने से फसलों को भारी नुकसान पहुँचा है। सरसो की फसल के साथ ही चने और गेहूं की फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। किसानों के चेहरों पर चिंता की लकीरें साफ देखी जा सकती हैं ।
अमरवाड़ा
अमरवाड़ा सिंगोड़ी क्षेत्र में हुई ओलावृष्टि से आधा दर्जन से अधिक गांवों के किसानों की फसलें हुई चौपट। गेहूं सरसों चना की फसलें हुई नष्ट। किसानों के चेहरों पर दिखाई दी चिंता की लकीरें। कल दोपहर से लगातार हो रही बारिश से किसान काफी परेशान है।
शिवपुरी
शिवपुरी जिले कई जगह बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई है। जिसके चलते किसानों की फसलों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। खनियाधाना तहसील के लहर्रा में ओलावृष्टि की एक तस्वीर सामने आई है जिसमें गांव की सड़कें व खेत पर सफेद बर्फ की चादर बिछ गई है। अंचल में कई जगह चने के आकार के ओले गिरे हैं। सबसे ज्यादा ओलावृष्टि खनियाधाना तहसील के लहर्रा गांव में देखने को मिली। बता दें कि अब भी किसानों के खेतों में मसूर, धनिया सहित सरसों की फसल खड़ी या कटी पड़ी है। किसानों ने फसलों में हुए नुकसान के लिए मुआवजे की मांग की है।
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