रणधीर परमार, छतरपुर। मध्य प्रदेश से एक बार फिर मानवता को शर्मसार कर देने वाली तस्वीर सामने आई है। जहां छतरपुर जिला अस्पताल में शव वाहन न मिलने से एक मामा अपनी भांजी का शव कंधे पर उठाकर इधर से उधर भटकता रहा, लेकिन एंबुलेंस नहीं मिली। जिससे मजबूर होकर मामा को अपनी भांजी का शव यात्री बस में ले जाना पड़ा।

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मामला छतरपुर जिला अस्पताल का है। जहां नदी की मिट्टी धंसने से 4 साल की मासूम गंभीर रूप से घायल हो गई। आनन फानन में उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। शव को ले जाने के लिए मृतिका का मामा किशोरी लाल अहिरवार शव वाहन की तलाश में करीब 2 घंटे तक इधर-उधर भटकता रहा, लेकिन उसे वाहन नहीं मिला और उसे पैदल ही बस स्टॉप पहुंचकर यात्री बस से शव ले जाना पड़ा।

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जब इस मामले की जानकारी अस्पताल प्रबंधन को लगी तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई और सफाई देते नजर आए। अस्पताल प्रबंधन ने कहा कि शव वाहन कहीं और गया था, जिससे वाहन उपलब्ध नहीं हो पाया। इतना ही नहीं परिजनों को पैसा देने की बात कहकर अपनी ही पीठ थपथपाते नजर आए।

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