बीडी शर्मा, दमोह। भले ही सरकार ने आम जनता के लिए शासकीय विभागों में दस्तावेज देने के लिए निश्चित समय सीमा तय कर दी है, लेकिन इसके बाद भी भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी का खेल लगातार जारी है. ताजा मामला दमोह की उप तहसील बनवार से सामने आया है. यहां तहसीलदार के रीडर को लोकायुक्त ने किसान से डेढ़ हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है.
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तहसीलदार के रीडर विनोद दुबे ने किसान सोनू सेन से जमीन की बेनामा आदेश की कॉपी देने के बदले 3 हजार रूपए रिश्वत मांगी थी. जिसकी शिकायत पीड़ित किसान ने लोकायुक्त सागर से की. लोकायुक्त की टीम ने पहली किस्त के रूप में डेढ़ हजार रुपए के नोट केमिकल लगाकर आवेदक को दिए. वहीं आज जैसे ही किसान ने रीडर को रकम दी, तभी लोकायुक्त ने तुरंत उसे ट्रैप कर लिया.
इसके बाद लोकायुक्त की टीम ने आरोपी रीडर को बनवार पुलिस चौकी में बैठकर अपनी कार्रवाई की और उसके खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया. इस कार्रवाई से तहसील परिसर में हड़कंप मच गया. फिलहाल, टीम आगे की कार्रवाई कर रही है.
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