दीपक ताम्रकार,डिंडोरी। मध्य प्रदेश के आदिवासी जिला डिंडोरी (Dindori) से शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. यहां चिल्ड्रन होम में शिक्षा के नाम पर बच्चियों के साथ घिनौनी हरकत की जाती है. अमरपुर विकासखंड के जुनवानी गांव में संचालित संस्था की मासूम आदिवासी बच्चियों ने शिक्षकों अश्लीलता की पोल खोल कर रख दी है. शिक्षक ही बच्चियों का यौन शोषण (sexual abuse of girls) कर रहे हैं. इसका खुलासा होने के बाद जिले में हड़कंप मच गया है. पुलिस भी हरकत में आई और प्रिंसिपल समेत 4 शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है.

दरअसल मध्यप्रदेश राज्य बाल आयोग (Madhya Pradesh State Child Commission) के निरीक्षण के दौरान जुनवानी स्थित मिशनरी की तरफ से संचालित अवैध चिल्ड्रन होम की बच्चियों ने वहां की व्यवस्था का खामियां गिनाई. लेकिन बाल आयोग को होश फाख्ता तब हो गए, जब 8 बच्चियों ने शिक्षकों के खिलाफ यौन शोषण की शिकायत की. बच्चियों ने बताया कि उनके साथ किस तरह का व्यवहार किया जाता है. उन्हें गंदी नजरों से टच कर घिनौनी हरकत की जाती है.

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ये बच्चियां डर की वजह से कहीं कोई शिकायत नहीं पाती थी, लेकिन मामला प्रकाश में आने के बाद राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने ट्वीट किया और कार्रवाई नहीं होने की बात कही. तब पुलिस के आलाधिकारी हरकत में आए और आनन-फानन में प्रिंसिपल समेत 4 शिक्षकों के खिलाफ कई धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज किया गया. इस संस्था में 600 आदिवासी बच्ची रहती है.

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इस मामले में जानकारी लगने के बाद महिला थाना पहुंचे क्षेत्रीय डिंडोरी विधायक ओमकार सिंह मरकाम ने भी चिंता जाहिर करते हुए शिक्षकों के व्यवहार को गलत बताया है. डिंडोरी पुलिस अधीक्षक संजय कुमार सिंह ने प्रियंक कानूनगो के ट्वीट को रिट्वीट कर जानकारी दी कि प्रकरण में महिला थाने में अपराध क्रमांक 0/23 धारा 354,354 क (1),323,34 आईपीसी 7,8 पॉक्सो एक्ट, 75, 82 किशोर न्याय अधि. की FIR दर्ज हो चुकी है.

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इस मामले में प्रिंसिपल नान सिंह यादव और अतिथि शिक्षक सनी, संचालक सविता और खेम चंद सहित 4 लोगों खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. विवेचना के दौरान आरोपी प्रिंसिपल को गिरफ्तार भी कर लिया गया है. लेकिन यह घटना कहीं न कहीं आदिवासी जिले और इलाकों की दुर्दशा को दर्शा रही है. जहां बच्चियां के साथ किस तरह की हरकतें की जाती है, उसकी पोल खोलकर रख दी है. ऐसे तमाम संस्थाओं की जांच की जाए, तो इस तरह के कई मामले उजागर हो जाएंगे.

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