भोपाल/जबलपुर। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही अपनी मांगों को लेकर सरकारी कर्मचारियों ने भी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में प्रदेश के सभी सरकारी चिकित्सक भी एक बार फिर हड़ताल पर जाने की तैयारी में हैं। इससे स्वास्थ्य सेवाएं चरमराने की आशंका बढ़ गई है।

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दरअसल, राज्य के डॉक्टरों ने 1 मई से काली पट्टी बांधकर काम करने और 2 मई से ओपीडी बंद कर हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। अगर ऐसे होता है तो प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा सकती है। आम लोगों को इलाज के लिए काफी परेशान होना पड़ेगा।

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तीन सूत्रीय मांगों को लेकर करेंगे हड़ताल

बता दें कि सरकारी चिकित्सक केंद्र के सामान करियर एश्योरेंस, पुरानी पेंशन और उनके कामकाज में सरकारी अधिकारियों की दखलअंदाजी बंद करने की मांग को लेकर हड़ताल पर जाने की तैयारी में हैं। अपनी मांगों को लेकर दो महीने पहले भी डॉक्टर विरोध प्रदर्शन कर चुके हैं।

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