भोपाल. मध्यप्रदेश विधानसभा की 230 सीटों के लिए में बुधवार को मतदान शुरू हुआ. बूथों में मतदान शुरू होते ही इवीएम में खराबी की शिकायतें आने लगी हैं. इस पर जहां कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस के पक्ष वाले बूथों में इवीएम खराब हो रही है. वहीं कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इवीएम की खराबी पर चुनाव आयोग से शिकायत की है.

मध्यप्रदेश में पहली बार वीवीपैट के साथ इवीएम पर हो बुधवार को 227 सीटों पर सुबह आठ बजे से तो नक्सल प्रभावित तीन क्षेत्रों में सुबह 7 बजे से शुरू हुआ. वास्तविक सुबह मॉकपोल के साथ शिकायतों का शुरू हुआ सिलसिला वास्तविक मतदान शुरू होने के बाद भी जारी रही. प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, उज्जैन में 2 खराब हुए, अलीराजपुर में 11 वीवीपैट, मंदसौर में 10 इवीएम, बुहरानपुर में 5 वीवीपैट और 2 इवीएम खराब हो गए. यहां तक भोपाल के वीआईपी बूथ में भी इवीएम खराब हो गया.

बर्बाद हुए समय की होनी चाहिए भरपाई

इवीएम के खराब होने की आ रही खबरों के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि जिन बूथों में कांग्रेस की पकड़ है, वहां की इवीएम ही खराब हो रही है. वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिंया ने इवीएम की खराबी पर चुनाव आयोग में शिकायत किए जाने की बात कहते हुए कहा कि इवीएम की खराबी की वजह से बर्बाद हुए समय की भरपाई करते हुए वोटिंग के समय को बढ़ाया जाना चाहिए.

शिवराज, कमलनाथ, सिंधिया ने डाला मत

मतदान शुरू होने के साथ ही मध्यप्रदेश के दिग्गज नेताओं का वोट डालने का क्रम भी शुरू हो गया. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जहां बुधनी विधानसभा सीट के जैत बूथ में सपरिवार वोट दिया, वहीं कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार कमलनाथ ने अपने छिंदवाड़ा विधानसभा से वोट दिया. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर में मतदान किया.

2899 प्रत्याशियों के भाग्य का होगा निर्णय

विधानसभा चुनाव में 5 करोड़ 4 लाख मतदाता 230 सीटों पर अपना भाग्य आजमा रहे 2899 प्रत्याशियों का फैसला करेंगे. मतदान के बाद स्ट्रांग रूम में 12 दिनों तक कैद रहने के बाद 11 दिसंबर को इवीएम खुलेगी, जिसके बाद मध्यप्रदेश में बनने वाली सरकार का निर्णय होगा.