कुमार इंदर, जबलपुर। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोर शोर से चल रही है। तमाम छोटी बड़ी पार्टियों के नेताओं का जनसंपर्क अभियान भी जारी है, वे जनता के बीच जाकर पूरा दम लगा रहे है। ऐसी उम्मीद है कि इस बार के  चुनाव में एक रोचक जंग देखने को मिलेगी। वहीं अगर बात करें जबलपुर जिले की तो यहां आठ विधानसभा क्षेत्र में से सबसे ज्यादा भाजपा की सेफ सीट अगर कोई मानी जाती है तो वह है उत्तर मध्य विधानसभा और जबलपुर की इसी उत्तर मध्य विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा महाभारत मचा हुआ है। 

MP में अमित शाह का मास्टर स्ट्रोक: विपक्ष को दिया बड़ा झटका, आदिवासी प्रकोष्ठ के नेता को BJP में दिलाई सदस्यता, विपक्ष पर बोले- कांग्रेस पार्टी तीन परिवारों से चलती है 

टिकट बंटवारे के बाद यहां पर बीजेपी के बागियों ने मोर्चा खोल दिया है। बागियों की बगावत की बानगी पिछले दिनों भाजपा के संभागीय कार्यालय में दिख चुकी है, संभागीय कार्यालय में बजे बगावत के बिगूल की गूंज पूरे महाकौशल  में सुनाई दी थी।  किस कदर बागियों ने केन्द्रीय मंत्री, मध्य प्रदेश के चुनाव प्रभारी और संभागीय नेताओं के सामने उपद्रव किया था। संभागीय कार्यालय में टिकट के दावेदारों के समर्थकों ने साफ तौर पर चेतावनी दी थी कि, यह तो सिर्फ ट्रेलर है पिक्चर अभी बाकी है। तो क्या वाकई में बीजेपी के बागी नेताओं की पिक्चर आना अभी बाकी है?, क्या वाकई में मध्य विधानसभा क्षेत्र में टिकट बंटवारे के बाद नेताओं के इस्तीफे की स्क्रिप्ट लिखी जा चुकी है। 

चुनाव प्रचार के दौरान CM शिवराज का दिखा अलग अंदाज: छात्रा के घर चाय पीने पहुंचे, कहा- ‘बेटी ने बुलाया है’, स्कूटी भी चलाई

जो बात कही जा रही है वह होने वाले हैं, या फिर कुछ बागी उम्मीदवार निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात कह रहे हैं क्या वाकई में वो निर्दलीय मैदान में उतरने वाले है। चर्चा है कि बीजेपी के कुछ नेताओं ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी भी कर ली और दबे पांव जाकर नामांकन फार्म भी खरीद लाए है। बस इंतजार है सही वक्त का, सही मौके का जिस दिन निर्दलीय उम्मीदवार नामांकन भरेंगे।

क्या है पर्दे की पीछे की पॉलिटिक्स 

सिर्फ़ उत्तरमध्य ही नहीं बल्की कई विधानसभा में कुछ बागी नेता पर्दे के पीछे की पॉलिटिक्स कर रहे हैं। बागियों ने पर्दे के पीछे से ही विभीषण की भूमिका निभानी शुरु कर दी है। टिकट न मिलने से बागी हुए नेताओं ने अभी से भाजपा का खेल बिगड़ना शुरू भी कर दिया है। हालांकि ये तो आगामी विधानसभा चुनाव में ही पता चलेगा कि ऊंट किस करवट बैठता है। 

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus