अजय शर्मा, भोपाल। मध्यप्रदेश में सत्ताधारी पार्टी बीजेपी द्वारा आगामी 2023 विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी गई है। पार्टी का पूरा फोकस राज्य के आदिवासी वोट पर नजर है। आदिवासी वोट बैंक को अपने पक्ष में करने बीजेपी ने कवायद शुरू कर दी है। इसी कड़ी में अब आदिवासियों की समस्याओं और उत्पीड़न की सीधे पुलिस हेड क्वार्टर (पीएचक्यू) द्वारा मॉनिटरिंग किया जाएगा। आदिवासियों के बीच जाकर हर जोन के आईजी उनसे सीधी बात करेंगे, उनकी समस्या जानेंगे और मौके पर जाकर निराकारण भी करेंगे।

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इसके लिये ना कोई चौपाल होगी ना कोई औपचारिकता। बस पेड़ के नीचे खड़े होकर गांव में सुनवाई पूरी होगी। राज्य सरकार ने आदिवासियों पर होने वाले मामलों को लेकर पुलिस का आला अधिकारियों को दिये निर्देश के बाद कवायद शुरू हो रही। आदिवासियों के उत्पीड़न, समस्यों पर सरकार फोकस करना चाहती है।

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आदिवासी वोट बैंक पर भी सरकार की नजर है। सरकार आदिवासी अंचलों में मैदानी हालात समझना चाहती है। इसकी शुरुआत नर्मदापुरम संभाग से शुरू होगी। नर्मदापुरम संभाग की आईजी दीपिका सूरी सबसे पहले अपनी रेंज के दूरस्थ आदिवासी अंचलों का दौरा कर परेशानी जानेगी।

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