कर्ण मिश्रा,ग्वालियर। मध्यप्रदेश में शराबबंदी को लेकर सियासत हो रही है. पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के शराबबंदी आंदोलन को नेताओं का साथ मिल रहा है, लेकिन शराबबंदी कब होगी, इसका कोई अता पता नहीं है. नेता भी अपनी राजनीतिक रोटियां सेक रहे हैं. अब उमा भारती को ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर का साथ मिला है.

MP: शराबबंदी के आंदोलन पर नरम पड़े उमा भारती के तेवर, बोलीं- मैं कोई तीस मार खान नहीं हूं, कांग्रेस ने बताया पॉलिटिकल ड्रामा

दरअसल ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि शराबबंदी होनी चाहिए, लेकिन लोगों को भी जागरूक होना होगा. सरकार तो अपने स्तर पर काम कर रही है. लोगों को भी शराब पीना छोड़ना होगा. एमपी में शराबबंदी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती लगातार मांग उठा रही है.

दिग्विजय के भाई और कांग्रेस MLA लक्ष्मण सिंह बोले- विधायक, सांसद और अधिकारियों की बंद होनी चाहिए पेंशन, जातिवाद का भी उठाया मुद्दा

इससे पहले उमा भारती को भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का साथ मिला था. प्रज्ञा ठाकुर ने कहा था कि मप्र में शराबबंदी होना चाहिए. मैं खुलकर शराब विक्रय का विरोध करती हूं. शराब एक विष है. इस विष को बंद करना चाहिए. मैं खुलकर विरोध करती हूं. इसमें कोई राजनीति नही होनी चाहिए. कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए प्रज्ञा ने कहा राजनीति करने वाले अपने घरों में शराब पीते होंगे इसलिए उन्हें पीड़ा होती है.

मंत्री विश्वास सारंग ने हमीदिया की नई बिल्डिंग का किया निरीक्षण, अधिकारियों पर जताई नाराजगी, इधर कमलनाथ ने प्रकोष्ठों की बैठक में दिए ये निर्देश

बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने मध्य प्रदेश में शराबबंदी का समर्थन करते हुए ऐलान किया था कि वह शराबबंदी करवा कर रहेंगी. उमा भारती ने कहा था कि वो प्रदेश में शराबबंदी के लिए मुहिम चलाएंगी. 15 जनवरी के बाद से उनके नेतृत्व में शराबबंदी का अभियान चलाया जाएगा. इस अभियान में सरकार का भी सहयोग मांगा था. लेकिन शराबबंदी का अभियान अभी तक शुरू नहीं हो सका है.

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus