हेमंत शर्मा। इंदौर नगर निगम में 5 अगस्त को मेयर और पार्षदों की शपथ का कार्यक्रम हैं, जिसमें सीएम शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा शामिल होंगे। लेकिन कांग्रेस ने अपने पार्षदों को इस कार्यक्रम से दूर रहने के निर्देश दिए हैं। वो भाजपाइयों के साथ शपथ ग्रहण नहीं करेंगे।

इंदौर नगर निगम पर पिछले 22 साल से बीजेपी का कब्जा है और इस बार कांग्रेस मानकर चल रही थी कि अबकी बार बाजी पलटेगी और नगर निगम पर कांग्रेस का मेयर काबिज होगा। लेकिन कांग्रेस हार गई। साथ ही 85 वार्ड में से महज 19 वार्ड पर ही कांग्रेस के पार्षद जीते। बीजेपी ने 64 वार्डों पर कब्जा कर लिया। दो वार्डों में निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की। इस चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी के बीच जमकर विवाद भी हुए और 22 नंबर वार्ड में तो बीजेपी प्रत्याशी चंदू शिंदे पर हमले के बाद कांग्रेस प्रत्याशी राजू भदौरिया को जेल भी जाना पड़ा। हालांकि वो चुनाव जीत गए। लेकिन अभी तक जेल से बाहर नहीं आ पाए और अब जब नवनिर्वाचित मेयर और पार्षदों के शपथ ग्रहम की बारी आई तो कांग्रेस ने शपथ ग्रहण कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया है और कलेक्टर से अपने 19 पार्षदों के लिए अलग से शपथ दिलाने की मांग की है।

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कांग्रेस के शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल का कहना है कि बीजेपी अभय प्रशाल में लाखों रुपए खर्च कर शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन कर रही है, जो जनता के पैसों की बर्बादी है। कांग्रेस इस फिजूलखर्ची का विरोध कर रही है और साधारण तरीके से शपथ समारोह की मांग कर रही है। इसीलिए हमने अपने पार्षदों को साधारण तरीके से कलेक्ट्रेट में शपथ दिलाने की मांग की थी, जिसे कलेक्टर मनीष सिंह ने मानते हुए कांग्रेस पार्षदों के लिए 6 अगस्त को कलेक्ट्रेट कार्यालय में ही शपथग्रहण का कार्यक्रम रखा है।

इधर, अभय प्रशाल में कल होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में सरकार के मुखिया शिवराज सिंह चौहान और संगठन के मुखिया वीडी शर्मा शामिल होंगे। इस कार्यक्रम के लिए बीजेपी के सभी पार्षदों को जुलूस के रूप में कार्यक्रम स्थल तक आने के निर्देश पार्टी संगठन की ओर से दिए गए हैं, जिससे की भारी भीड़ इकट्ठा हो सके और शपथ समारोह यादगार बन जाए। इस कार्यक्रम के लिए कांग्रेस पार्षदों को भी आमंत्रित किया गया था, लेकिन कांग्रेस के पार्षद इससे दूर रहेंगे। कांग्रेस के इस कार्यक्रम के बहिष्कार पर नवनिर्वाचित मेयर पुष्यमित्र भार्गव का कहना है कि ये किसी पार्टी का कार्यक्रम नहीं है, ये तो सरकारी कार्यक्रम है। लेकिन कांग्रेस संविधान को नहीं मानती है, इसलिए शपथ समारोह का बहिष्कार कर रही है।

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