हेमंत शर्मा, इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर जिले (Indore) में 36 लोगों की मौत के बाद प्रशासन जागा है। दरअसल, नगर निगम की टीम इंदौर के पटेल नगर स्थित बेलेश्वर महादेव मंदिर का अवैध निर्माण तोड़ने पहुंची। निगम के अमले ने मंदिर के अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया है। इंदौर के अलग-अलग 4 जगहों पर बावड़ी और अवैध निर्माण पर नगर निगम की कार्रवाई जारी है।

बजरंग दल ने किया विरोध

बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मंदिर के अवैध निर्माण को तोड़ने का विरोध किया। साथ ही बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि तारीख तय कर बिलेश्वर महादेव पर हर घर से कार्यकर्ता शिवलिंग लेकर आएगा और मंदिर की स्थापना करेगा। रहवासी भी पास में बने मंदिर के नवीन निर्माण तोड़ने का विरोध कर रहे है।

बावड़ी की छत धंसने से हुआ था हादसा

इंदौर के स्नेह नगर के पास पटेल नगर में श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में रामनवमी पर्व पर गुरुवार को श्रद्धालु बड़ी संख्या में पूजा के लिए पहुंचे थे। पूजा के दौरान ही मंदिर परिसर में स्थित पुरानी बावड़ी की छत धंसक गई, जिससे आधा सैकड़ा से अधिक लोग नीचे गिर गए। इस दर्दनाक हादसे में 36 लोगों की जान चली गई थी, जबकि 18 लोग घयाल हुए थे। इस घटना में इंदौर नगर निगम और जिला प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई थी।

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सिंधी कॉलोनी के पास स्नेह नगर में सालों पहले एक बावड़ी थी। 20-25 साल पहले उसके ऊपर एक स्लैब डाल दिया गया। इसके बाद वो धीरे-धीरे मंदिर का हिस्सा बन गया जो पूरी तरह अवैध था। बावड़ी नीचे ढंकी हुई थी, लोगों को पता ही नहीं था कि वो जिस जगह बैठे हैं वहां नीचे मौत का गड्ढा है। रामनवमी के दिन जब श्रद्धालु बड़ी संख्या में वहां इकट्ठे हुए तो वो कमजोर छत टूट गई और लोग नीचे गड्डे में समा गए।

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