अनूप दुबे, ढीमरखेड़ा (कटनी) मध्य प्रदेश के कटनी जिले की ढीमरखेड़ा जनपद अंतर्गत एक ऐसा भी गांव है जहां लोग शादी करने से डरते है। समरस ग्राम पंचायत का आश्रित आदिवासी ग्राम गोरी जंगलों के बीच पहाड़ के ऊपर बसा हुआ है। जहां सड़क नही हैं पानी की समस्या भी बनी हुई हैं। मूलभूत सुविधाएं नहीं होने के चलते कोई भी यहां शादी करने से बचता है।   

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आलम यह है कि आवागमन में समस्या होने के कारण ग्राम में पदस्थ शिक्षिका के द्वारा  परेशान होकर स्कूल भवन में विद्यालय ना खोलकर पहाड़ के नीचे निजी भवन में खोला जा रहा है। शासकीय सेवाओं से संबंधित एएनएम आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आशा कार्यकर्ता भी सड़क की समस्या के कारण खासी परेशान है। बारिश के दिनों में प्रसूतिका महिलाओं को झोली डोली में स्वास्थ केंद्र ले जाया जाता हैं और छोटे बच्चे जान जोखिम में डालकर पथरीली सड़क से  स्कूल  जाने को मजबूर रहते है। 

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वहीं गांव की युवती अंजलि सिंह ने बताया कि सड़क विहीन गांव में शादी संबंध करने में भी लोग डरते हैं। 
गांव की एक बुजुर्ग महिला ने बताया कि नेता लोग वोट मांगने तो जरूर आते हैं, लेकिन सड़क नहीं बनवाते है। ग्रामीण लक्ष्मण सिंह ने बताया पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के पास भी समस्या पहुंचाई थी, लेकिन निराकरण नहीं हुआ। नए सीएम मोहन यादव से भी ग्रामीणों ने समस्या के निराकरण करने की मांग की है। वर्ष 2016 में तत्कालीन कलेक्टर विशेष गढ़पाले के द्वारा गांव का दौरा करने के बाद आरईएस विभाग के द्वारा सड़क निर्माण की स्वीकृति मिलने के बावजूद सड़क निर्माण का कार्य नहीं हो पा रहा जिससे गांव का विकास रुका हुआ है। 

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