इमरान खान, खंडवा। मध्य प्रदेश में किसानों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है. सरकार के तमाम दावों के बाद भी खाद का संकट दूर नहीं हुआ है. ताजा मामला खंडवा से आया है, जहां किसानों को खाद के लिए इन दिनों दो-चार होना पड़ रहा है. समितियों से पर्याप्त खाद नहीं मिलने पर किसान परेशान हैं. जिससे किसान गेहूं की बुवाई समय पर भी नहीं कर पा रहे हैं.

रिश्वतखोर अधिकारी पर नकेल: 1 लाख घूस लेते सीएमओ रंगे हाथों गिरफ्तार, अनुकंपा नियुक्ति के बदले मांगी थी रिश्वत

दरअसल दूरदराज गांव सिंगोट, रामपुरा, रांजनी, नांदिया, पोखरकलां के किसान जिला विपणन संघ कार्यालय के बाहर सुबह से ही कड़कती ठंड में लाइन में लगकर जाते हैं. तब जाकर उन्हें खाद की एक या दो बोरी ही मिलती है. किसानों का कहना है कि घंटों लाइन में लगने के बावजूद उन्हें पर्याप्त खाद नहीं मिल रही है, अगर समय पर खाद नहीं मिला तो फसलें फिर खराब हो जाएंगी. बैंकों से कर्जा लेकर जैसे-तैसे फसल उगाई है.

सरकारी ‘सिस्टम’ पर लगा दीमक! शिक्षा विभाग के रिकॉर्ड चट कर गए दीमक, एक-दूसरे को दोषी ठहरा रहे जिम्मेदार अधिकारी

वहीं जिला विपणन के अधिकारियों का कहना है कि खाद की रेक लगातार जिले में आ रही है. कहीं कोई दिक्कत नहीं है. यहां वही किसान आ रहे हैं जिनका सोसाइटी में खाता नहीं है. हम हर सोसायटी में खाद भेज रहे हैं. गुरुवार को खाद की रेक लगी थी जिसमें 800  टन खाद सोसायटियों में भेजी गई है. आज फिर यूरिया की रेक लगी है. जिसमें 1000 टन यूरिया हमने सोसाइटियों को भेजना शुरू कर दिया है.

जिला अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था की खुली पोल: मेटरनिटी वार्ड से नवजात बच्चे की चोरी, CCTV में कैद हुई महिला चोर

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus