मनोज उपाध्याय,मुरैना। मध्यप्रदेश के मुरैना नगर निगम (Morena) में BJP के जिलाध्यक्ष योगेश पाल गुप्ता की अनुशंसा पर शहर के विभिन्न वार्डों में किए गए हैंडपंपों (Hand Pump) के खनन के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा किया गया है। इसमें ठेकेदार और नगर निगम के उपयंत्री सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी लिप्त हैं। हैंडपंप खनन कागजों में पूरा कर लाखों रुपये का भुगतान भी कर दिया गया। वहीं हैंडपंप विधिवत नगर निगम ने अपने हैंडओवर भी कर लिए। यह सिर्फ 10 हैंडपंप का मामला है। अगर इसकी जांच की जाए तो इस फर्जीवाड़े की राशि चौंकाने वाली हो सकती है।

इसे लेकर भाजपा और कांग्रेस प्रखर हो गई है। कांग्रेस नेताओं ने तो जिला अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। साथ ही कांग्रेस का कहना है कि अगर इस मामले की जांच सही तरीके से होती है तो और भी कई घोटालों की जानकारी सामने आएगी।

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जानकारी के मुताबिक, भाजपा जिलाध्यक्ष ने पत्र क्रमांक 109 में 1 सितंबर 2020 को अपने लेटर पैड पर दस हैडपंप खनन की अनुशंसा की थी। नगर निगम ने त्वरित गति से काम करते हुए तीन दिन बाद 4 सितंबर को ही नोटशीट चला दी। उसमें भी इस पत्र का जिक्र किया गया। 17 सितंबर को प्रशासकीय और तकनीकी स्वीकृति भी दे दी गई और 9 अक्टूबर को मुरैना की मेसर्स आर्यन कंस्ट्रक्शन कंपनी (M/S Aryan Construction Company) के नाम से कार्यादेश भी जारी कर दिया।

इन दस हैंडपंप के खनन की अनुमानित राशि 9.20 लाख तय की गई, लेकिन अंतिम भुगतान 7,46,898 रुपये 7 जनवरी 2022 को कर दिया गया है। जबकि मौके पर कहीं भी हैंडपंप नहीं हैं। जिनके नाम से स्वीकृति हुई है वह आज भी हैंडपंप लगवाने के लिए नगर निगम में चक्कर लगा रहे हैं। नगर निगम जिस गणेश पैलेसे हाइवे पर हैंडपंप लगाना बता रहा है। वह क्षेत्र तो ग्राम पंचायत हिंगोना खुर्द में आता है। वहां तो पहले ही नगर निगम कोई भी विकास कार्य करने से हाथ खड़े कर चुका है। जो रजिस्ट्रियां हो रही हैं वह भी ग्राम पंचायत हिंगोना के नाम से हो रही हैं।

नगर निगम कमिश्नर ने कही जांच की बात

नगर निगम कमिश्नर संजीव जैन ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। इसका भुगतान कैसे हुआ, इस मामले की जांच कराई जाएगी। जांच के बाद जो भी दोषी होंगे उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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भाजपा के पूर्व विधायक और पिछड़ा वर्ग वित्त आयोग निगम के अध्यक्ष रघुराज कंसाना (Raghuraj Kansana) ने कहा कि राजनेताओं के पास अपनी समस्या लेकर कई लोग आते हैं। वह लेटर पैड लिखते हैं, लेकिन अगर उसमें कोई भ्रष्टाचार हुआ है तो उसके लिए नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी दोषी हैं। उन पर सख्त कार्रवाई करना चाहिए। इसके लिए वे कलेक्टर और नगर निगम कमिश्नर को पत्र लिखेंगे। जो भी ठेकेदार और अधिकारी हैं उन पर सख्त कार्रवाई की जाए।

महापौर ने कहा- बीजेपी नेताओं के इशारे पर हो रहा भ्रष्टाचार

नगर निगम की महापौर शारदा सोलंकी (Mayor Sharda Solanki) की माने तो अधिकारी बीजेपी के नेताओं के इशारे पर भ्रष्टाचार (Corruption) कर रहे हैं और वह शिकायत करती हैं तो उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इस तरीके की शिकायतें लगातार आ रही है। उन्होंने कई बार कमिश्नर से जांच कर कार्रवाई करने के लिए कहा, लेकिन भाजपा नेताओं की हठधर्मिता के कारण कोई कार्रवाई नहीं करते है।

वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जसवीर गुर्जर (Jasveer Gurjar) का कहना है कि इसमें भाजपा जिला अध्यक्ष के साथ केंद्र के कई नेता शामिल हैं। इसलिए कोई कार्रवाई नहीं हो पाती है। यह तो पहला भ्रष्टाचार है जो लेटर पैड सोशल मीडिया (social media) पर भी वायरल हो रहे हैं, लेकिन अगर इन सबकी नगर निगम से जांच कराई जाए तो कई बड़े घोटालों का भी उजागर हो सकता है।

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