भोपाल। मध्यप्रदेश में जहां एक तरफ कोरोना के संक्रमण से हाहाकार मचा हुआ है, वहीं दूसरी तरफ इस महामारी में कुछ लोग आपदा को अवसर में बदलने में भी लगे हुए हैं. इसका ताजा उदाहरण प्रदेश की राजधानी भोपाल के कई निजी अस्पतालों में देखने को मिल रहा है. यहां अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीजों के परिजनों से मनमानी तरीके से बिल वसूला जा रहा है. हालांकि कई निजी अस्पतालों की मिल रही शिकायतों के बाद प्रशासन हरकत में आई और ताबड़तोड़ कार्रवाई की. जिसके बाद परिजनों ने राहत की सांस ली.

बता दें 15 अप्रैल से गौतम नगर स्थित सिटी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में कोराना संक्रमित एक महिला मरीज भर्ती हुई थी. मरीज लंबे समय से आइसीयू में भर्ती रही और उसे ऑक्सीजन सर्पोट पर भी रखा गया था. मरीज के परिजनों ने एमपी नगर एसडीएम  विनीत तिवारी से आरोप लगाया कि अस्पताल प्रबंधन उनके द्वारा स्वयं ऑक्सीजन की व्यवस्था करने पर भी  4.50 लाख ऑक्सीजन की मांग के साथ कुल 12 लाख रूपए की मांग की जा रही है. जबकि कुल इलाज का खर्च 6 लाख रूपए है. वहीं परिजनों के शिकायत के बाद एसडीएम विनीत तिवारी ने अस्पताल प्रबंधन पर कार्रवाई करते हुए परिजनों के पैसों का बिल कम करवाया. वहीं दूसरा मामले में कोलार एसडीएम ने एक निजी अस्पताल पर परिजनों के शिकायत पर  75 हजार रुपए कम करवाया. दूसरे मरीज की 95 हजार रुपए की रिकवरी हुई.

भोपाल के निजी अस्पतालों में कोरोना इलाज के नाम पर लूट मची हुई है. जिस पर प्रशासन ने अपना शिकंजा कसते हुए अलग- अलग अस्पतालों से 10 परिवारों का लगभग 18 लाख रूपए की राशि वापस कराया. कलेक्टर अविनाश लवानिया के निर्देश पर कई निजी अस्पतालों पर प्रशासन ने कार्रवाई की.