दीपक ताम्रकार, डिंडौरी। जिले के बजाग थानांतर्गत सैलवार गांव में 40 दिन पहले हुए अंधेकत्ल की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. हत्यारा कोई और नहीं बल्कि पति ही निकला. उसने हत्या की वारदात को अंजाम देकर शव को ईट भट्ठे में जलाकर हड्डियां गड्ढे में गड़ा दिया था. पुलिस ने शव के अवशेष (हड्डियां) बरामद कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.

डिंडौरी एसडीओपी रवि प्रकाश कोल के मुताबिक 21 अप्रैल को रामस्वरूप मरकाम 40 वर्ष और उसकी दूसरी पत्नी अंजनी के बीच झगड़ा हुआ था. इस दौरान रामस्वरूप ने मारपीट करते हुए पैर से गला दबाकर उसे मौत के घाट उतार दिया था. वारदात पर पर्दा डालने की नियत से शव को दूसरे दिन ईंट भट्ठे में जला दिया. इतना ही नहीं शव को जलाने के बाद ईट भट्ठे के नीचे ही हड्डियों को गड़ा दिया था.

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आरोपी अपनी दूसरी पत्नी मृतका अंजनी 35 साल के साथ रहता था. उसकी पहली पत्नी बबली अलग रहती है. पहली पत्नी की बेटी रामेश्वरी आरोपी के घर रहती है. हत्या की वारदात को रामस्वरूप की बेटी रामेश्वरी ने देख लिया था. आरोपी पिता ने उसे जान से मारने की धमकी देकर चुप करा दिया था. 40 दिन तक डरी सहमी बेटी ने एक दशगात्र कार्यक्रम में अपनी सगी मां बबली को हत्या की पूरी जानकारी दी और वारदात का खुलासा हो गया.

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बेटी की निशानदेही पर जमीन में गड़ाए हड्डियों को न्यायालय की अनुमति से तहसीलदार और चिकित्सकों की मौजूदगी में जब्त किया गया. पंचनामा कार्रवाई के बाद बरामद हड्डियों के सैंपल को फॉरेंसिक और डीएनए जांच के लिए भेजा गया है.

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