कुमार इंदर, जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले और जिले की सीमावर्ती इलाकों में रेत का अवैध खनन का काम धड़ल्ले से जारी है। इसी कड़ी में जिला प्रशासन की टीम ने छापामार कार्रवाई करते हुए मौके से तीन पोकलेन मशीन, एक जेसीबी मशीन और एक ट्रैक्टर जब्त किया है। दरअसल जबलपुर कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना को जानकारी लगी थी कि शहपुरा थाना इलाके अंतर्गत नर्मदा नदी के किनारे रेत का अवैध खनन किया जा रहा है। जिसके बाद कलेक्टर ने जिला प्रशासन और पुलिस की टीम बनाकर मौके पर भेजा। टीम ने मौके पर छापामार कार्रवाई करते मौके से रेत का स्टॉक तीन पोकलेन मशीन, एक जेसीबी और 1 ट्रैक्टर जप्त किए हैं। 

READ MORE: पदोन्नति याचिका मामले में हाईकोर्ट सख्तः डिप्टी लेबर कमिश्नर पर लगाया 20 हजार का जुर्माना

अवैध रेत उत्खनन के इस प्रकरण में नर्मदा नदी से रेत की चोरी का प्रकरण भी कायम किया जा रहा है। रेत के अवैध उत्खनन की यह शिकायत कलेक्टर दीपक सक्सेना को प्राप्त हुई थी। कलेक्टर सक्सेना ने शिकायत पर तत्काल संज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय से चर्चा कर जिला स्‍तर से प्रशासन एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की टीम गठित कर कार्यवाही के निर्देश दिये। इस टीम में  अपर कलेक्टर नाथूराम गोंड, एसडीएम जबलपुर अभिषेक सिंह ठाकुर, डिप्‍टी कलेक्‍टर कुल्‍दीप पारासर, सीएसपी रांझी सतीश साहू एवं सीएसपी पाटन लोकेश डाबर को शामिल किया गया था।

READ MORE: MP में 21 मई तक ट्रांसफर आवेदन कर सकेंगे शिक्षक: 25 मई से जारी होंगे तबादला आदेश, आयुक्त लोक शिक्षण ने बढ़ाई समयसीमा  

जिला स्‍तर से गठित इस टीम ने ब्रम्‍हकुंड घाट पर छापामार कार्यवाही कर रेत का अवैध उत्खनन करते पाये जाने पर तीन पोकलेन मशीनों, एक डंपर और एक ट्रैक्टर को तत्काल जब्ती की कार्यवाही की। जब्त की गई फोकलेन मशीनों, डंपर और ट्रैक्टर को बेलखेड़ा थाने में रखा गया है। कलेक्टर दीपक सक्सेना ने अवैध रेत उत्खनन के इस प्रकरण में दोषी व्यक्ति के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिये है। कलेक्टर ने बताया कि इस प्रकरण में अवैध उत्खनन के साथ-साथ रेत चोरी का प्रकरण भी कायम किया जायेगा।

सब सेटिंग से होता है काम 

दरअसल जब से नर्मदा नदी के किनारे से रेत निकालने पर रोक लगी उसे तभी से रेत के अवैध खनन का कारोबार और तेजी से फल फूल रहा है और यह सब हो रहा है नेता, अधिकारी और माफियाओं की मिली भगत से। जिस माइनिंग विभाग पर अवैध खनन को रोकने की जिम्मेदारी है, वही माइनिंग विभाग के अधिकारी इन रेत माफियाओं के साथ सांठगांठ कर कर इस अवैध कारोबार को फलने फूलने में मदद कर रहे हैं।

नर्मदा और हिरन नदी का सीना तेजी से हो रहा छलनी 

आपको बता दें कि मध्य प्रदेश की प्रमुख नर्मदा नदी और जिले की प्रमुख नदी हिरन नदी में सबसे ज्यादा रेत का अवैध खनन चल रहा है। दरअसल अब तक कई नेता ऐसे थे जो इस अवैध खनन का विरोध करते थे। लेकिन अब वही नेता इन माफियाओं के साथ मिली भगत करके इसी अवैध खनन को अंजाम देने में लगे हैं। यही नहीं कुछ माफिया तो पुराना स्टॉक भी चोरी कर कर बेचने का काम कर रहे हैं। खनिज विभाग का जांच दल हो या फिर उड़न दस्ता दोनों ही अवैध रेत का खनन करने वाले माफियाओं पर कार्रवाई करने से बच रहे हैं या यूं कहे कि उन्हें सह दे रहे हैं।

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H