भोपाल. मध्यप्रदेश में तीसरी लहर को रोकने के लिए सरकार अलर्ट मोड पर आ गई है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को डिस्ट्रिक्ट क्राइसेस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक बुलाई है. मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी से सावधानी जरूरी है. सरकार सतर्क और सचेत है. लोग मास्क नहीं लगा रहे हैं. जहां मरीज मिल रहे हैं वो घर कंटेन्मेंट किया जाएगा.
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए सभी तरह की तैयारियां की जा रही हैं. लेकिन लोग कोशिश करें इन सबकी जरूरत ही न पड़े. सीएम ने बुधवार को डिस्ट्रिक्ट क्राइसेस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक बुलाई है. बैठक के बाद कलेक्टर मशीनें-उपकरणों का फिजिकल वेरिफिकेशन करेंगे. 1 दिसंबर को पूरे प्रदेश में एक साथ फिजिकल वेरिफिकेशन होगा. कलेक्टर आक्सीजन प्लांट खुद चालू करके देखेंगे. अस्पतालों में वेंटिलेटर और सिटी स्कैन मशीनें चालू करके देखेंगे.
सीएम शिवराज सिंह ने कलेक्टरों को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर सहित सभी उपकरणों का फिजिकल वेरिफिकेशन करने के निर्देश दिए हैं. बैठक के बाद फिजिकल वेरिफिकेशन होगा. कलेक्टर जिला अस्पताल जाकर क्राइसेस मैनेजमेंट के सामने फिजिकल वेरिफिकेशन करेंगे. बुधवार को प्रभार के जिलों में कलेक्टर्स के साथ प्रभारी मंत्री भी निरीक्षण करेंगे.