अमित मंकोडी, आष्टा। मध्य प्रदेश में भ्रष्ट अधिकारी रिश्वत लेने से बाज आ रहे हैं. कार्रवाई के बाद उनमें कोई खौफ नहीं है. ऐसा ही एक मामला आष्टा से सामने आया है. जहां लोकायुक्त ने पंचायत समन्वयक अधिकारी को 3000 रुपए घूस लेते रंगे हाथों पकड़ा है. इस कार्रवाई को भोपाल लोकायुक्त ने अंजाम दिया है.

दरअसल, ग्राम पंचायत मुंदीखेड़ी के रोजगार सहायक राजेश सिंह से स्वच्छ भारत मिशन में शौचालय अनुदान राशि की फाइल पास करने के नाम पर पंचायत समन्वय अधिकारी अर्जुन ठाकुर 3 हजार की रिश्वत मांगी थी. एक फाइल पर 500 रुपए का डिमांड किया गया था.

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इसके बाद रोजगार सहायक ने मामले की शिकायत भोपाल लोकायुक्त से की. आज बुधवार को लोकायुक्त ने जनपद पंचायत कार्यालय आष्टा में पंचायत समन्वय अधिकारी को 3000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोचा. इस मामले में एक और अधिकारी सौरभ राठौर को भी दोषी पाया गया है.

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यह दोनों अधिकारी रोजगार सहायक को पिछले 2 साल से प्रताड़ित कर रहे थे. हालांकि, इस मामले में लोकायुक्त ने दोनों अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कार्रवाई में जुट गई है.

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