भोपाल। हरिद्वार में चल रहे महाकुंभ मेले से फैले कोरोना संक्रमण को लेकर मध्यप्रदेश सरकार सख्त हो गई है. अब शिवराज सरकार ने फैसला किया है कि हरिद्वार कुंभ मेले से लौटने वाले लोगों को पहले प्रशासन को फोन करके सूचना देना होगी.

दरअसल मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने हरिद्वार कुंभ मेले को लेकर सतर्कता बरत रही है. जिसके चलते राज्य सरकार के गृह विभाग ने आदेश जारी किया है कि मेले से आने वाले लोगों को पहले प्रशासन को सूचित करना होगा, उसके बाद ही प्रदेश में एंट्री हो पाएगी.

गृह विभाग ने आदेश जारी करते हुए सभी जिला कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि कुंभ से लौटने वाले लोगों को सेल्फ क्वारंटाइन में रहना जरूरी होगा. अब कुंभ मेले से आने पर लोगों को कलेक्टर को फोन करना होगा. जिससे प्रशासन वहां से लौटे व्यक्तियों पर निगरानी रख सके. हालांकि सूचना देने के लिए सभी जिला कलेक्टर की तरफ से फोन नंबर जारी किया जाएगा. जिस पर आपको सूचना देना होगा.

कुंभ से लौटने के बाद हो चुकी है महामंडेश्वर की मौत
बता दें कि यह फैसला सरकार ने तब लिया, जब जबलपुर नरसिंह मंदिर के महामंडेश्वर डॉ. स्वामी श्यामदेवाचार्य महाराज की हरिद्वार में कुंभ मेले से लौटने के बाद कोरोना से मौत हो गई. महामंडलेश्वर डॉ. श्यामदेवचार्य का शनिवार को कोरोना प्रोटोकाल के तहत नर्मदा नदी के किनारे अंतिम संस्कार किया गया. वे हरिद्वार कुंभ में शामिल होने के बाद वापस लौटे थे. हरिद्वारा कुंभ के दौरान ही वे कोरोना संक्रमित हो गए थे. जानकारी के मुताबिक स्वामी श्याम देवाचार्य ने वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुके थे. इसके बावजूद वे कोरोना की चपेट में आ गए.

शाही स्नान के बाद बड़ा मेले में कोरोना
हरिद्वार कुंभ मेला में श्रद्धालुओं और संतों की काफी भीड़ रहती है. रोजाना लोग पॉजिटिव मिल रहे हैं. शाही स्नान के बाद अखाड़ों में कोरोना संक्रमण बढ़ने लगा. बीते गुरूवार को भी श्रीपंचदशनाम जूना, पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी और श्री पंचदशनाम आह्वान अखाड़े के नौ संतों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. 12 से 14 अप्रैल तक तीन स्नान पर गंगा में 49 लाख 31343 संतों और श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई है थी.

महाकुंभ की समाप्ति की घोषणा
इसके बाद आज निरंजनी अखाड़े ने कुंभ की समाप्ति की ऐलान कर दिया है. अखाड़े के सचिव महंत रवींद्र पुरी ने कुंभ की समाप्ति की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि कोरोना के बढ़ते रफ्तार के चलते अखाड़े ने यह फैसला लिया है. इसलिए 17 अप्रैल को कुंभ मेला समाप्त कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि सभी संत महात्मा जो बाहर से आए थे, उन्हें लौटने का अनुरोध कर लिया गया है. 17 अप्रैल तक अखाड़ा परिसर बाहर से आने वाले संतों से खाली हो जाएगा.

महंत रवींद्र पुरी के मुताबिक 27 अप्रैल को महाकुंभ का शाही स्नान बचा है. इस महाकुंभ का अंतिम शाही स्नान होगा. हालांकि इसके लिए ज्यादातर संत इस बात पर सहमत हैं कि 27 अप्रैल को वह केवल सांकेतिक स्नान ही करेंगे. जिससे महाकुंभ स्नान की सनातन परंपरा जारी रहेगी.

पीएम मोदी ने समाप्ति के लिए की बात
प्रधानमंत्री मोदी ने आचार्य महामंडलेश्वर पूज्य स्वामी अवधेशानंद गिरि से फोन पर बात कर कुंभ मेला को समाप्त करने की अपील की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार सुबह ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. पीएम मोदी ने शनिवार सुबह ट्वीट किया, ”आचार्य महामंडलेश्वर पूज्य स्वामी अवधेशानंद गिरि जी से आज फोन पर बात की. सभी संतों के स्वास्थ्य का हाल जाना. सभी संतगण प्रशासन को हर प्रकार का सहयोग कर रहे हैं। मैंने इसके लिए संत जगत का आभार व्यक्त किया.”