हर्षराज गुप्ता, खरगोन। मध्य प्रदेश के खरगोन जिले (Khargone) में इन दिनों वायरल बीमारी का भयंकर प्रकोप देखने को मिल रहा है। अस्पताल में प्रतिदिन 200 से अधिक बच्चों का ओपीडी में डॉक्टर चेकअप कर रहे है। बच्चों में अधिकतर निमोनिया, सर्दी, खासी, बुखार के लक्षण दिखाई दे रहे हैं। गंभीर बच्चों को पीआईसीयू में भर्ती किया जा रहा है। जहां 3 वेंटिलेटर बेड, 9 ऑक्सीजन युक्त बेड उपलब्ध है। वहीं PICU में 24 घंटे 4 डॉक्टरों, 9 नर्सों की विशेष निगरानी में बच्चों का इलाज किया जा रहा है।

यह तस्वीरें कोई निजी हॉस्पिटल की नहीं, बल्कि खरगोन के सरकारी अस्पताल की है। जो मॉडल बन रहा है। प्रदेश में खरगोन जिला अस्पताल (Khargone District Hospital) का पीआईसीयू मॉडल प्रस्तुत कर रहा है। इस समय वायरल बीमारी के भयंकर प्रकोप में भी मां की ममता पिता के प्यार के बीच में डॉक्टर और नर्स बीमारी से ग्रसित बच्चों का उपचार कर रहे है।

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वहीं जिला अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अनुपम अत्रे का कहना है देश मे H3N2 वायरस भी चल है। लेकिन इसकी जिला अस्पताल में जांच नहीं होने से आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की जा सकती है। जिला अस्पताल में सर्दी खासी बुखार निमोनिया के गंभीर स्थिति में बच्चे पहुंच रहे हैं। जिनका डॉक्टर इलाज कर रहे है।

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वहीं डॉ अनुपमा अत्रे कहा कि H3N2 वायरल पहली बार नहीं आया है। इस तरह का वायरल वर्ष 2011 में भी आया था। जिसे स्वाइन फ्लू (Swine Flu) के नाम से जाना जाता है। समान्यतः वतर्मान में फैल रहा वायरल सभी को अपनी चपेट में ले रहा है, लेकिन 5 वर्ष की कम आयु वाले बच्चों में इसका प्रकोप ज्यादा देखने को मिल रहा है।

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