शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्यप्रदेश के 45 हजार आउटसोर्सिंग बिजली कर्मचारियों ने 27 सितंबर को हड़ताल पर जाने का एलान किया है। अगर बिजली कर्मचारी हड़ताल पर जाते है तो एमपी में बिजली व्यवस्था गड़बड़ा सकती है। आउटसोर्सिंग कर्मचारियों ने ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर के आश्वासन के बाद भी समस्या का हल नहीं होने के खिलाफ हड़ताल पर जाने की एलान किया है।

क्या है आउटसोर्सिंग बिजली कर्मचारियों मांगें

आउटसोर्सिंग बिजली कर्मचारियों का कहना है कि वो पिछले महीने ही हड़ताल पर जाने वाले थे लेकिन ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने आश्वासन दिया था कि एक महीने अंदर कर्मचारियों की मांगों को पूरा कर दिया जाएगा। लेकिन मंत्री के आश्वासन के बाद भी मांगें पूरी नहीं हुई जिसके बाद भोपाल के नीलम पार्क में आउटसोर्स बिजली कर्मचारियों की बैठक हुई और बैठक में तय हुआ है कि अगर 23 सितंबर तक मांगें पूरी नहीं होती है तो 27 सितंबर का आउटसोर्सिंग बिजली कर्मचारी हड़ताल पर चले जाएंगे।

ठप हो सकती है बिजली व्यवस्था !

मध्यप्रदेश में आउटसोर्सिंग बिजली कर्मचारियों की संख्या 45 हजार के करीब है अगर ये कर्मचारी हड़ताल पर जाते है तो बिजली व्यवस्था ठप हो सकती है क्योंकि फिल्ड पर यही कर्मचारी काम करते हैं जैसे अगर कहीं फॉल्ट की शिकायत आती है तो यही कर्मचारी ठीक करने पहुंचते हैं। इसके अलावा कहीं तार टूट जाता है तो आउटसोर्सिंग बिजली कर्मचारी उसे सुधार का कार्य करते हैं। इसके अलावा मीटिर रीडिंग और राजस्व वसूली की जिम्मा भी इन्हीं बिजली कर्मचारियों के कंधे पर रहता हैं।

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