न्यूज डेस्क। मध्यप्रदेश में बेमौसम बारिश होने से किसानों की चिंता बढ़ गई है, इसकी एक वजह प्रशासन की लापरवाही भी है. मंडी और खरीदी केंद्रों पर उचित व्यवस्था नहीं होने से लाखों क्विंटल धान भीग गया. पन्ना जिले के हरदुआ धान खरीदी केंद्र में बारिश से हजारों क्विंटल धान भीगने से किसानों को काफी नुकसान हुआ है. 

किसानों ने बताया कि समय पर धान का परिवहन नहीं होने से केंन्द्र में जगह नहीं बची है, जिससे खुले आसमान के नीचे धान की खरीदी की जा रही है. वहीं बारिश से बचने के लिए तिरपाल और अन्य व्यवस्थाएं नहीं की गई है. ठेकेदार ने धान उठाने में लापरवाही की है, जबकि नियम के अनुसार ठेकेदार को समितियों से 90 प्रतिशत परिवहन 24 घंटे के अंदर करना होता है.

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मंदसौर की शामगढ़ मंडी में भीगा प्याज

वहीं मंदसौर जिले में भी अचानक बारिश होने से शामगढ़ कृषि उपज मंडी में सैकड़ों क्विंटल लहसुन और प्याज भीग गए, इससे किसानों पर दोहरी मार पड़ी है. किसानों ने कर्ज लेकर खेती की थी. मंडी में तिरपाल और शेड की व्यवस्था कम होने से उनकी मेहनत पर पानी फिर गया.

उमरिया जिले में भी तेज बारिश के साथ गिरे ओले

उमरिया जिले में भी तेज बारिश के साथ ओले गिरे, जिससे किसान परेशान हैं. वहीं धान उपार्जन केंद्रों में धान भीगने से अव्यवस्थाओं की पोल खुल गई है.

नरसिंहपुर में ओलावृष्टि से भारी नुकसान

नरसिंहपुर के गोटेगांव में बारिश के साथ ओलावृष्टि ने तबाही मचा दी है. इस समय किसानों के खेतों में चना, मसूर और गेंहू की फसलें लगी हुईं हैं. ओलावृष्टि होने से किसानों को काफी नुकसान हुआ है. अन्नदाताओं ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है.

विदिशा में आंधी के साथ बारिश

विदिशा में आज सुबह से ही तेज हवाओं के साथ जोरदार बारिश हुई. जिससे किसानों की नींद उड़ गई है. किसानों का कहना है कि बेमौशम बारिश से उनकी फसलों को नुकसान पहुंचने की संभावना है.

कटनी जिले में रेल अलर्ट

कटनी में मौसम विभाग ने बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है. यहां सुबह झमाझम बारिश हुई. साथ ही मौसम विभाग ने ओला गिरने की संभावना जताई है. 28 और 29 दिसंबर को तेज बारिश की आशंका है.

जबलपुर में धूल भरी आंधी के कारण छाया अंधेरा 

वहीं जबलपुर में भी आज अचानक मौसम ने ऐसी करवट बदली की दिन मे ही रात हो गई। सड़क पर अचानक चलते चलते अंधेरा छा गया।आलम ये हुआ कि लोगों को अचानक गाड़ियों की लाइट चालू करनी पड़ी। तेज हवाओं के साथ आंधी से शहर भर में धूल के गुबार उड़ने लगे और देखते ही देखते जोरदार बारिश होने लगी। शहर के आसपास इलाकों में तो ओले भी गिरे। बताया जा रहा है कि, ऐसा पश्चिमी विक्षोभ के कारण हुआ है। डब्ल्यू डी के कारण तापमान तो बढ़ा पर मावठे की ठंड ने लोगों का बुरा हाल कर दिया।

मौसम का मिजाज बिगड़ते ही हर तरफ अंधेरा छा गया। सड़कों पर दौड़ने वाले वाहनों की लाइट से ही उजाला हो पाया। तेज आंधी के साथ उड़ती धूल आंखों को चुभ रहीं थीं। अंधेरा ऐसा कि किसी को कुछ सूझ नहीं रहा था। सड़कों पर चलने वाले वाहनों की हेड लाइट के कारण ही उजाला दिख रहा था।

आज सुबह से ही सूरज ना निकलने के कारण सुबह से ही लोगों के बीच मौसम की ही चर्चा थी। हर कोई बिगड़े मौसम की बात कर रहा था।और फिर देखते ही देखते मौसम ने सब कुछ उलट पुलट कर दिया। आलम ये गया कि जो जहां था वहीं जम गया।

 

शहडोल गरज के साथ तेज बारिश हो रही 
पश्चिमी विक्षोभ के कारण आज शहडोल जिले में आसमान में छाए बादलों के कारण मंगलवार दोपहर तेज हवा के साथ जोरदार बारिश हुई। इसका असर सुबह भी बना रहा, सुबह से आसमान में बादल छाए रहे, छाए बदलो के कारण दिन में भी रात जैसा माहौल रहा, शहर में अंधेरा छाया रहा, दूहर होते होते गर्जन के साथ तेज बारिश शुरू हो गई, मौसम के बदले मिजाज से तापमान में आई गिरावट से ठंड का अहसास होने लगा है। अच्छी ठंड पड़ने लगी है। बुढार – जिला मुख्यालय समेत आस-पास के इलाके में अच्छी बारिश हुई है। इससे फसलों को नुकसान हुआ है। इसी के साथ सभी धान खरीदी केंद्रों में खुले में पड़ी धान बारिश भीग गई, जिससे किसानों की धान पानी पानी हो गई ।

आगर मालवा में संतरा किसानों पर गिरा मौसम का कहर
संतरे के लिए मशहूर आगर मालवा जिले में अचानक आये मौसम के बदलाव से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है, तेज़ हवाओ के साथ अचानक हुई बारिश की वजह से जिले के टुंगनी गांव सहित अन्य गांवों में खेत मे खड़े संतरा के पेड़ों से फल नीचे गिर गए, जिस वजह से संतरा किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है, वहीं बडौद कृषि उपज मंडी में व्यापारियों का खुले में रखा अनाज भी भीग गया, साथ ही तापमान में आई अचानक गिरावट से ठिठुरन भी बड़ गई।

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