अंकित मिश्रा, रायसेन। नर्मदा नदी को मां तुल्य माना गया है. ऐतिहासिक तौर पर भी इस नदी का काफी महत्व है. कहा जाता है कि मां नर्मदा चारों युगों की साक्षी रही है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी अपने आप को नर्मदा पुत्र बताते हैं और मां नर्मदा के किनारे किसी भी अनैतिक कार्य नहीं होने का दावा भी करते हैं, लेकिन रायसेन और नरसिंहपुर जिले की सीमा के बीच सांडिया और अलीगंज गांव में स्नान घाट पर ही लोग मछलियों का शिकार कर रहे हैं और धड़ल्ले से बाजार में बेच रहे है.

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रायसेन और नरसिंहपुर जिले की सीमा के मध्य से निकलने वाली नर्मदा नदी सांडिया और अलीगंज गांव के बीच से होकर गुजरती है. जिसमें पुल के एक ओर रायसेन और पुल की दूसरी ओर नरसिंहपुर, होशंगाबाद जिले की पुलिस की ड्यूटी होती है, लेकिन नर्मदा नदी के घाटों और  किनारे बसे गांवों में प्रतिबंध के बावजूद शराब की बिक्री और मां नर्मदा नदी के पावन तट पर मछलियों का शिकार किया जाता है और मछलियों को के सामने ही आग लगाकर भूजा जाता है, जिससे मां नर्मदा के श्रद्धालुओं में आक्रोश है.

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बता दें कि नर्मदा नदी के तटों पर हर दिन श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहता है. अमावस्या और पूर्णिमा के दिन तो यहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने आते हैं, लेकिन घाट के किनारे इस तरह आस्था से खिलवाड़ करने पर श्रद्धालुओं में आक्रोश है. श्रद्धालुओं सीएम शिवराज सिंह और प्रशासन से इन पर कार्रवाई करने की मांग की है.

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