अमृतांशी जोशी,भोपाल। मध्य प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं चल रही है. जिसमें पेपर लीक (MP Board Exam Paper Leak ) होने की बात सामने आई थी और स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार (School Education Minister Inder Singh Parmar) ने खुद स्वीकार किया था. अब मंत्री जी अपने ही बयान से मुकर गए हैं. MP बोर्ड में पेपर लीक (paper leak in MP board) के सवाल पर भड़क गए और कहा कि मध्यप्रदेश में कोई भी पेपर लीक नहीं हुआ है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि एमपी बोर्ड के कोई भी पेपर की परीक्षा दोबारा नहीं होगी. इससे परीक्षा दोबारा होने वाली संशय खत्म हो गई है, लेकिन पेपर लीक को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं.
दरअसल मध्य प्रदेश में पेपर लीक होना और परीक्षार्थी की जगह मुन्नाभाई का एग्जाम देना कोई नई बात नहीं है. लेकिन एक बार फिर यह चर्चा में आ गया है. स्कूली शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार (School Education Minister Inder Singh Parmar) से पेपर लीक को लेकर सवाल किया गया, जिस पर मंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश में कोई भी पेपर लीक नहीं हुआ है. न ही कोई भी परीक्षा दोबारा करवाई जाएगी. क्योंकि बच्चों ने मेहनत से तैयारी कर परीक्षा दिया है. कांग्रेस भ्रम फैलाने की कोशिश कर रही है, जो भी पेपर वायरल हुए थे वो असल पेपर से मैच नहीं खाए हैं.
स्कूली शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने आगे कहा कि कुछ ऐसे लोग हैं, जिन्होंने साढ़े 8 बजे पेपर शुरू होने के बाद प्रश्न पत्र की फ़ोटो वायरल किए थे, जिन पर कड़ी कार्रवाई की गई है. आगे भी कार्रवाई इसी तरह जारी रहेगी. गोपनीयता भंग करने को लेकर यह कार्रवाई की गई है. जब मंत्री से कहा गया कि क्या मध्य प्रदेश में पेपर लीक (paper leak in MP board) हुए हैं, तो इस बात पर वो भड़क गए और बोले कि प्रदेश में कोई भी पेपर लीक नहीं हुआ है. हालांकि इससे पहले मंत्री एक बार मान चुके हैं कि मध्य प्रदेश में पेपर लीक हुआ है.
उन्होंने कहा कि रात में या एक दिन पहले पेपर बाहर भेजने वालों पर कार्रवाई हुई है. लेकिन एक दिन पहले या रात में ओरिजिनल पेपर लीक नहीं हुआ है. परीक्षा में बैठने के बाद पेपर बाहर आए हैं. स्टाग रूम से यदि पेपर लीक हुए हैं, तो उन शिक्षकों पर कार्रवाई हुई है. गोपनीयत भंग करने पर गिरफ्तारी हुई है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस पर सियासत कर रही है. कांग्रेस भी इस आरोप और भ्रम में शामिल है. कांग्रेस को ऐसे कृत्य करने से बचना चाहिए.
MP विधानसभा: ओलावृष्टि, पेपर लीक और छात्रवृत्ति वितरण में हुई अनियमितताओं को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरा, कांग्रेस ने सदन से किया वॉक आउट
बता दें कि इससे पहले स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा था कि दूसरे राउंड में हमने पेपर वायरल होने की जांच करवाई थी, जिसमें पाया गया है कि वायरल पेपर सही निकले हैं. थाने से जब पेपर चले हैं स्कूल तक पहुंचने के बीच में ऐसा हुआ है, इसलिए हमने चार सेंटर को चिन्हित किया है. हमने 9 लोगों को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है. पहले राउंड में जो पेपर लीक हुआ था, उसकी जांच करवा ली गई है, फिर भी दो एफ़आइआर दर्ज की गई है. एक भिंड में और एक भोपाल में. जो लोग भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. गलत पेपर को सही बता रहे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है.
MP पेपर लीक मामलाः धार में तीन टीचर को जेल, राजगढ़ में तीन शिक्षक निलंबित, सभी के खिलाफ एफआईआर
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक