अनिल मालवीय,सीहोर। आजादी के 75 साल होने पर देश भले ही अमृत महोत्सव मना रहा हो, लेकिन सीहोर जिले के इछावर ब्लाक का एक ऐसा भी गांव है, जहां के बाशिंदे आज भी बिजली, पानी, सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। विडंबना यह है कि आजादी के दशकों बाद भी गांव पहुंचने के लिए न तो पक्की सड़क बनी है और ना ही बिजली पहुंची है। यहां तक की ग्रामीणों को पेयजल आपूर्ति के लिए भी कोई खास इंतजाम नहीं है। ऐसे में विकास की बात करना यहां के लोगों को बेमानी लगती है।
महिला की बेरहमी से पिटाई, VIDEO: युवक ने जमीन पर पटक-पटककर लात-घूसों से पीटा, वीडियो वायरल
दरअसल, हम बात कर रहे हैं इछावर ब्लॉक के आदिवासी गांव कोठाकुर्सी की। यह वही गांव है जहां के ग्रामीण आजादी के दशकों बाद भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। बिजली की मांग को लेकर पिछले दिनों यहां के आदिवासी अपने कुछ रिश्तेदारों के साथ पूर्व राजस्व मंत्री व विधायक करण सिंह वर्मा से मिलने उनके ग्रह गांव पहुंचे थे। इसी दौरान लौटते समय इनका वाहन विछोली जोड़ पर अनियंत्रित होकर पलट गया था, जिसमें एक व्यक्ति की मौत होने के साथ ही आधा दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। गांव के हालात यह है कि बारिश के सीजन में मुख्य मार्ग पूरी तरह से दलदल में तब्दील हो जाता है। ऐसे मरीजों व गर्भवति महिलाओं को लेने के लिए एम्बुलेंस तक गांव नहीं पहुंच पाती है।
MP में पहली बार गांधी जयंती पर कैदियों की रिहाई: केंद्रीय जेल से 29 कैदी ‘आजाद’, 2 महिलाएं भी शामिल
गांव की करीब 3 सौ से अधिक की आबादी को पेयजल आपूर्ति के लिए महज एक हैंडपंप है। वह भी गर्मी के शुरुआती दिनों में ही पानी देना बंद कर देता है। इसके बाद ग्रामीणों को पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है। ऐसा नहीं है कि ग्रामीणों ने मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों से गुहार न लगाई हो। ग्रामीणों का कहना है कि वो कई बार अपनी मांगों को लेकर जिम्मेदारों से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन हर बार सिर्फ झूठा आश्वासन ही मिला है। अब देखने वाली बात यह होगी कि आदिवासियों के जीवन स्तर को उंचा उठाने और गांवों का चहुमुखी विकास करने के दावे करने वाली सरकारे इस गांव के आदिवासियों को कब तक विकास की मुख्य धारा से जोड़ पाती है।
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक