अजयारविन्द नामदेव, शहडोल। शहडोल जिले में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. केशवाही थाना क्षेत्र की रहने वाली एक 10 वर्षीय बच्ची को उसके दूर के जीजा ने चंद पैसों के लिए पन्ना के एक मानव तस्कर गिरोह को बेच दिया था. पुलिस ने नाबालिग बच्ची को तस्करों के चंगुल से मुक्त करते हुए आरोपी जीजा और खरीदने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं एक अन्य आरोपी फरार है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है.

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एसडीओपी धनपुरी राघवेन्द्र द्विवेदी ने जानकारी देते हुए बताया कि केशवाही चौकी क्षेत्र की बच्ची को उसके दूर के जीजा अजय यादव ने बहला-फुसला कर अपने बस से पन्ना ले गया, जहां उसे दवेंद्र नगर में रहने वाले रंजीत सिसोदिया उर्फ दादू सिंह को 50 हजार में बेच दिया और 5 हजार रुपए एडवांस लेकर वापस आ गया. इधर जब देर रात तक बच्ची जब घर नहीं लौटी तो परिजन थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई.

पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर जब जांच शुरू तो पता लगा कि आरोपी के साथ आखिरी बार बच्ची को देखा गया था, जिसे बुढ़ार और केशवाही की पुलिस सयुंक्त टीम ने शहडोल रेलवे स्टेशन से पकड़ लिया. पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो आरोपी पहले मना करता रहा, लेकिन जब पुलिस ने सख्ती दिखाई तो आरोपी टूट गया और सारी सच्चाई उगल दी. जिसके बाद पुलिस ने पन्ना जिले की पुलिस की मदद से बच्ची को सकुशल बरामद कर आरोपी रंजीत को भी गिरफ्तार कर लिया.

पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी का साथी अशोक नट अभी फरार है. आरोपी के साथ पन्ना अशोक भी गया था. उसकी तलाश की जा रही है. टीम बनाकर उसके ठिकानों पर दबिश दी जा रही है. इस मामले में पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ धारा 363 समेत अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज किया है. वहीं बच्ची को सकुशल पाकर परिवारवाले भी खुश हैं

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