मुकेश मेहता, बुधनी। मध्यप्रदेश के सीहोर जिले के बुधनी विधानसभा के अंतर्गत आने वाले आदिवासी बाहुल्य ग्रामीण क्षेत्र ग्राम पंचायत लाडकुई के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की सुविधा बदहाल है। स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए आने वाले रोगियों को घंटों डॉक्टरों का इंतजार करना पड़ता है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाड़कुई में डॉक्टर निधार्रित समय पर नहीं पहुंचते है। केंद्र में दी जाने वाली सुविधाएं भी नाकाफी है।

जानकारी के अनुसार भर्ती होने वाले बच्चे एवं महिलाओं को खाना नहीं दिया जाता है। सरकार द्वारा निर्धारित मीनू के अनुसार पौस्टिक भोजन नहीं दिया जा रहा है। कुपोषित बच्चों एवं गर्भवाती महिलाओं के लिए स्वस्थ केंद्र में दो डॉक्टर है जो राजनीतिक संरक्षण के कारण महीने में 15 दिन ही ड्यूटी पर आते हैं। डॉक्टरों की मनमानी के चलते क्षेत्र के मरीज झोलाछाप डॉक्टरों के पास जाने को मजबूर है। बीएमओ की मानें तो दोनों कागजों में एक एक दिन 24 घंटे ड्यूटी करते हैं। ग्रामीणों एवं मरीजों का कहना है कि रात में कोई भी डॉक्टर नहीं रहता है। भर्ती मरीज नर्स और वार्ड ब्वॉय के भरोसे रहते हैं। इमरजेंसी में कुछ हो जाए तो जवाबदारी किसकी होगी।

बता दें कि सीहोर जिला और बुधनी विधान सभा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का क्षेत्र है। विधानसभा क्षेत्र के हर बड़े समुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में लाखों की एक्सरे, सोनोग्राफी मशीनें दी गई है। इन मशीनों का लाभ लोगों को नहीं मिल रहा है। मरीजों को मानें तो मशीनें ताले में कैद होकर जंग खा रही है।

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