राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। मध्य प्रदेश के उज्जैन में रविवार को तेज आंधी के कारण ‘महाकाल लोक’ में स्थापित सप्त ऋषि की मूर्तियां खंडित हो गई थी। मामले में कांग्रेस के आक्रमक होने और निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार के आरोप लगाने पर नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने मंगलवार को प्रेस वार्ता कर कांग्रेस को ही लपेटे में ले लिया। मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि कहीं भी कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है। कांग्रेस ने आरोप लगाया, लेकिन तथ्य नहीं दिए। खुली चुनौती है अगर उनके पास कोई एक भी भ्रष्टाचार का प्रमाण है प्रस्तुत करें, नहीं तो माफी मांगे। वैसे इस काम में कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है। यदि भ्रष्टाचार हुआ है तो दो बार भुगतान कांग्रेस के समय हुआ है तो क्या कांग्रेस ने भ्रष्टाचार किया है?

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मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि 2017 में सरकार ने महाकाल लोक बनाने का निर्णय लिया था। इसके लिए 100 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया था। भू-अर्जन के लिए 200 करोड़ की राशि दी थी। 2018 में ‘महाकाल लोक’ का टेंडर जारी हुआ। 2018 में आई कांग्रेस की सरकार में वर्क आर्डर जारी हुआ। कांग्रेस की सरकार में आर्ट वर्क पर मूर्ति रखने का निर्णय हुआ और जब पेमेंट हुआ तब भी कांग्रेस की सरकार थी। सज्जन सिंह वर्मा उस समय उज्जैन के प्रभारी मंत्री थे, नगरीय प्रशासन मंत्री कांग्रेस के थे।

कांग्रेस को दी चुनौती

मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि कहीं भी कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ। कांग्रेस ने आरोप लगाया, लेकिन तथ्य नहीं दिए। वैसे इस काम में कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है. यदि भ्रष्टाचार हुआ है तो दो बार भुगतान कांग्रेस के समय हुआ है तो क्या कांग्रेस ने भ्रष्टाचार किया है। खुली चुनौती है अगर उनके के पास कोई एक भी भ्रष्टाचार का प्रमाण है प्रस्तुत करें, नहीं तो माफी मांगें।

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ज हवा तूफान की वजह से मूर्तियां क्षतिग्रस्त हुई

मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बताया कि दिल्ली की संस्था ने मूल्यांकन किया है। आंधी के कारण मूर्तियां टूटी। 6 मूर्तियां डैमेज हुईं हैं। एजेंसी उन्हें दोबारा स्थापित करेगी। संभागायुक्त ने सरकार को रिपोर्ट सौंप दी है। 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली थी। तेज हवा तूफान की वजह से मूर्तियां क्षतिग्रस्त हुई। सरकार ने निर्माण कंपनी को क्लीन चिट दी है। कंपनी को मेंटेनेंस के निर्देश दिए गए हैं। 1 सप्ताह के अंदर मूर्तियां दोबारा लगाई जाएगीं। वहीं मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार सुनिश्चित करेगी इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो। पत्थर की मूर्तियां बनाने का कोई प्रावधान नहीं था। FRP की मूर्तियों की तकनीकी स्वीकृति कांग्रेस ने दी थी।

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